12 हजार की नौकरी छोड़कर शुरू की खेती, अब सलाना हो रही 9 लाख कमाई

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नौकरी छोड़ करने लगे खेती, आज लाखों रुपए कमा रहे 

जहानाबाद : मन में कुछ कर गुजरने की इच्छा हो तो रास्ते भी अपने आप खुलते चल जाते हैं. यह बातें किसान सुधीर पर बिल्कुल फिट बैठती हैं. कभी 10-12 हजार के नौकरी की तलाश में गुजरात कमाने जाने वाले सुधीर आज घर पर ही खेती से करीब 9 लाख रुपए की कमाई कर रहे हैं. वो भी कमाई सिर्फ धान की खेती से कर रहे हैं. किसान अभी धान के साथ गेहूं और मूंग की भी खेती कर रहे हैं. जहानाबाद में घोसी प्रखंड स्थित अलीगंज के रहने वाले सुधीर 38 बीघा में खेती कर रहे हैं. उनकी अपनी जमीन करीब 9 बीघा है और बाकी खेत पट्टे पर ले रखे हैं. वो अभी 15 से 20 लोगों को अपने माध्यम से रोजगार दे रखें हैं.

नौकरी छोड़कर शुरू किया खेती का काम
सुधीर ने लोकल 18 से बताया कि हमारे पिताजी की मृत्यु के बाद सारी जिम्मेदारी हमारे कंधों पर आ गई थी. घर की स्थिति कुछ ठीक नहीं थी. दो छोटे भाई और माताजी थीं. ऐसे में हमने घर छोड़कर बाहर जाने का फैसला कर लिया. 2002 में गुजरात के सूरत चले गए. वहां डायमंड फैक्ट्री में काम पकड़ लिया. वहां मुझे करीब 12 हजार रुपए पगार मिलता था. जिससे हम घर से लेकर खुद का खर्च चलाना पड़ता था. 9 साल तक सूरत में रहकर काम किया. हालांकि, इससे कुछ ज्यादा हासिल नहीं हुआ. ऐसे में एक बार फिर से घर आने का ही मन बना लिया.

38 बीघा में कर रहे हैं धान की खेती
वे कहते हैं कि यह फैसला थोड़ी देर के लिए सोच से परे था, लेकिन 2011 में वापस घर आ गया. इसके बाद कुछ दिन तक बैठा रहा. फिर अपनी जो जमीन थी, उस पर खेती करना शुरू कर दिया. 9 बीघा में फसल उगाना शुरू कर दिया. धान और गेहूं की खेती करने लगा. एक ट्रैक्टर खरीदा था. उसी से सब देखता था. हालांकि, समय के साथ अपनी सोच को और विकसित किया. फिर गांव के कुछ लोगों की जमीन को पट्टे पर लेकर खेती करने का मन बना लिया और इसमें सफल हो गए. आज 38 बीघा में खेती कर रहे हैं. हमारे पास कई सारी मशीन भी हैं, जो खेती में हर समय काम आती हैं.

1400 से 1500 बोरा धान उपजाते
किसान सुधीर बताते हैं कि अभी हमारे पास बोरिंग मशीन भी है. जगह जगह पंप लगा रखे हैं, जिससे आसानी से सिंचाई हो जाती है. 15 से 20 लोग हमेशा हमारे यहां काम में लगे रहते हैं. हम अभी 38 बीघा जमीन पर धान की खेती कर रहे हैं और 1400 से 1500 बोरा धान उपजाते हैं. इसमें कुछ धान एफसीआई में भी भेजते हैं. ऐसे में कमाई अच्छी हो जाती है. धान गेहूं की खेती के साथ मूंग की भी खेती करते हैं. 2018 में धान की खेती शुरू किया था. इसके बाद मुड़कर पीछे नहीं देखे. उन्होंने ग्रेजुएशन तक पढ़ाई की है.

Tags: Agriculture, Bihar News, Jehanabad news

FIRST PUBLISHED :

September 27, 2024, 22:34 IST

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