Agency:News18 Bihar
Last Updated:February 12, 2025, 21:02 IST
सीतामढ़ी के पंथपाकर धाम के विकास के लिए 23.66 करोड़ रुपये मिले हैं, जिससे मंदिर परिसर, पार्किंग, कैफेटेरिया आदि का निर्माण होगा. पुनौरा धाम का विकास 120.58 करोड़ रुपये से होगा.
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पंथ पाकर धाम की तस्वीर
हाइलाइट्स
- पंथपाकर धाम के विकास के लिए 23.66 करोड़ रुपये मिले.
- मंदिर परिसर, पार्किंग, कैफेटेरिया आदि का निर्माण होगा.
- पुनौरा धाम का विकास 120.58 करोड़ रुपये से होगा.
सीतामढ़ी. जानकी जन्म स्थली से जुड़ी पंथपाकर धाम की विकास के लिए अब राशि मिल गई है. जल्द ही इस स्थल का कायाकल्प होने वाला है. इस संबंध में सीतामढ़ी जिलाधिकारी ने बताया कि पांच फरवरी को 23.66 करोड़ रुपये से पंथपाकड़ का विकास कार्य के लिए दिया गया है. उन्होंने बताया कि यहां पर्यटकीय विकास से रोजगार के अवसर मिलेंगे. इस योजना के अंतर्गत मंदिर परिसर का विकास, पहुंच पथ, कैफेटेरिया, पार्किंग और थेमेटिक द्वार का निर्माण, पेय जलापूर्ति, स्ट्रीट लाइटिंग, हाई मास्ट लाइट, तालाब का जीर्णोद्धार एवं आर्ट वर्क से संबंधित कार्य किया जाएगा. इसके अतिरिक्त भूमि अधिग्रहण को लेकर पूर्व में कार्य किए जा रहें है.
डीएम ने बताया कि 120.58 करोड़ के लागत से पुनौरा धाम का विकास होगा. इसकी स्वीकृति 18 नवंबर को ही मिल गई थी. रामायण पथ से जुड़े मां जानकी का जन्म स्थान पुनौरा धाम को दिव्य व भव्य धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में देश के मानचित्र पर स्थापित किया जा सकेगा और आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को बेहतर पर्यटकीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकेगी.
यहां हुआ था राम और परशुराम का संवाद
पंथपाकर धाम की मान्यता है कि अयोध्या जाने के दौरान पंथपाकड़ में ही माता की डोली रखी गई थी. पंथपाकर, सीतामढ़ी जिले से 8 किमी की दूरी पर स्थित है. पौराणिक कथाओं के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि प्रभु श्री राम से विवाह के बाद माता सीता को पालकी में बैठा कर इसी मार्ग से अयोध्या ले जाया गया था. यहाँ एक पुराना बरगद का वृक्ष है, जहाँ उन्होंने अयोध्या जाते वक़्त कुछ देर विश्राम किया था. इस स्थान पर एक पाकर का वृक्ष भी है जिसके चारों ओर विकसित एक अद्भुत पौराणिक स्थल है. यह वृक्ष विस्मयकारी ढंग से एक विशाल क्षेत्र में फैल गया है जो देखने में काफी रोमांचित करने वाला है. पंथपाकर को पंडौल के नाम से भी जाना जाता है. बताया जाता है कि पहली बार राम और परशुराम का संवाद भी यही हुआ था.
Location :
Sitamarhi,Sitamarhi,Bihar
First Published :
February 12, 2025, 21:02 IST