नई दिल्ली. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दो दिन बाद से बहुप्रतीक्षित बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी शुरू हो रही है. भारतीय टीम इस सीरीज से पहले खिलाड़ियों की चोट से जूझ रही है. कई भारतीय फैंस इससे थोड़े चिंतित हैं. यह वैसी ही स्थिति है, जैसी 3 साल पहले थी. तब कप्तान विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, आर. अश्विन जैसे खिलाड़ी अलग-अलग कारणों से नहीं खेल रहे थे. जब फैंस का भरोसा हिल रहा था, तब टीम के युवा सितारों ने ऐसा खेल दिखाया कि इतिहास ही बदल गया. भारत 2-1 से सीरीज जीतकर लौटा. ऑस्ट्रेलिया से बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी लाने में डेब्यूटेंट वाशिंगटन सुंदर और शार्दुल ठाकुर की बैटिंग की बड़ी भूमिका रही थी.
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 2020-21 में 4 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली गई. तीन मैच के बाद दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर थीं. सीरीज का चौथा मैच ब्रिस्बेन में खेला गया. ऑस्ट्रेलिया ने पहले बैटिंग करते हुए 369 रन बनाए. इसके जवाब में भारत ने अपने 6 विकेट 186 रन पर गंवा दिए. भारत अब भी ऑस्ट्रेलिया के स्कोर से लगभग आधी दूरी पर था और टेल मैदान पर थी. उम्मीदें टूटने लगी थीं. तब भारत के दो युवाओं ने मोर्चा संभाला. पहचान तो बॉलर की थी, लेकिन बैटिंग में ऐसा हाथ दिखाया कि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज बैकफुट पर चले गए. डेब्यू मैच खेल रहे वॉशिंगटन सुंदर और शार्दुल ठाकुर ने ब्रिस्बेन की खतरनाक पिच पर 123 रन की साझेदारी की. सातवें विकेट की इस साझेदारी से भारत का स्कोर 6 विकेट पर 186 रन से 6 विकेट पर 309 रन हो गया. शार्दुल 67 और सुंदर 62 रन बनाकर जब आउट हुए तब तक भारत मैच में लौट चुका था. इस साझेदारी की बदौलत भारत ने 336 रन पर बनाए. हालांकि, टीम इंडिया, ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के स्कोर से 33 रन पीछे रह गई, लेकिन यह वह अंतर नहीं था, जो हो सकता था. कहां तो उस पर 100 से ज्यादा रन से पिछड़ने का खतरा था और कहां अंतर 33 रन का ही रह गया था.
शार्दुल ठाकुर इसके बाद जब बॉलिंग के लिए मैदान पर उतरे तो ऑस्ट्रेलिया के 4 बैटर्स के विकेट भी ले उड़े. इस बार उन्हें सुंदर की जगह सिराज का साथ मिला. मोहम्मद सिराज ने 5 विकेट झटके. नतीजा ऑस्ट्रेलिया 294 रन पर ढेर हो गया. भारत को जीत के लिए 328 रन का लक्ष्य मिला.
ब्रिस्बेन में चौथी पारी में 328 रन का लक्ष्य हासिल करना एवरेस्ट पर चढ़ना जैसे था. काम असंभव सा था, लेकिन सुंदर और शार्दुल इसके लिए हिम्मत दे चुके थे. चौथी पारी में युवा शुभमन गिल ने मोर्चा संभाला और 91 रन की बेहतरीन पारी खेली. चेतेश्वर पुजारा (211 गेंद में 56 रन) दीवार बनकर खड़े हो गए तो ऋषभ पंत ने 89 रन की नाबाद पारी खेली. सुंदर (22) ने इस बार पंत का अच्छा साथ दिया. इन दोनों ने टीम को 265 से 318 रन तक पहुंचाया. सुंदर लक्ष्य के करीब पहुंचकर आउट हो गए लेकिन ऋषभ टीम को जिताकर ही लौटे.
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FIRST PUBLISHED :
November 19, 2024, 08:03 IST