अयोध्या : अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार मां सीता के मायके जनकपुर से तिलकहरू तमाम नेगचार और परम्पराओं के साथ प्रभु श्रीराम का तिलक चढ़ाने अयोध्या आए हैं. दुल्हन के भाई जानकी मन्दिर के छोटे महंथ राम रोशन दास बने हैं. वहीं दूल्हे के पिता की भूमिका में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चम्पत राय ने निभाई. इतना ही नहीं तिलक चढ़ाने वालों में जनकपुर के मेयर मनोज साह और मधेश प्रदेश के मुख्यमंत्री सतीश सिंह समेत लगभग 300 लोग भी शामिल हुए. तिलक के मौके पर गाए जाने वाले मंगलगीतों के लिए बड़ी संख्या में अयोध्या की महिलाएं जुटी थीं और खूब गाने गाए. अवध क्षेत्र में होने वाले तिलकोत्सव के सभी लोकाचार विधि विधान से सम्पन्न किए गए.
जिस तरह त्रेता युग में प्रभु राम का तिलक चढ़ा था उसी तरह रामलला के विराजमान होने के बाद पहली बार अयोध्या में जनकपुर के लोग तिलक लेकर अयोध्या पहुंचे थे. जहां विधि विधान पूर्वक तिलक का कार्यक्रम संपन्न किया गया. इस मौके पर राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय राजा दशरथ की भूमिका में नजर आए. माता सीता के भाई की भूमिका में जानकी मंदिर के महल राम रोशन दास नजर आए.
6 दिसंबर को जनकपुर में होगी शादी
मधेश प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बताया कि आज हम लोग जनकपुर से लगभग 300 की संख्या में अयोध्या पहुंचे हैं. 6 दिसंबर को जनकपुर में प्रभु राम की धूमधाम से शादी की जाएगी. भारत और नेपाल का रिश्ता त्रेता युग से चला रहा है. आज हम लोग काफी उत्साहित हैं. प्रभु राम का मंदिर भी बनकर तैयार हो गया है. मंदिर बनने के बाद पहली बार तिलक लेकर हम लोग आए हैं. हमारे साथ महिलाएं भी हैं हमारी पूरी कैबिनेट भी है. श्री राम का तिलक उत्सव वैदिक विद्वानों ने वैदिक मंत्र के बीच में संपन्न कराया.
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FIRST PUBLISHED :
November 19, 2024, 17:02 IST