वडोदरा: गुजरात के किसान अब ऑर्गेनिक खेती की ओर बढ़ रहे हैं. ऑर्गेनिक खेती में न केवल कम खर्च पर बेहतर उत्पादन हो रहा है, बल्कि ये सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद मानी जा रही है. वडोदरा के पास करजन तालुका के कैंडारी गांव के किसान हरिकृष्ण पटेल को पिछले छह सालों से लीवर से जुड़ी बीमारी थी, लेकिन प्राकृतिक खेती ने उनकी सेहत में बहुत सुधार किया है. अब उनकी बीमारी ठीक हो रही है, और उनका लीवर भी ठीक हो रहा है.
6 साल पहले हुआ था लीवर के सिरोसिस का पता
हरिकृष्ण पटेल को छह साल पहले लीवर सिरोसिस (Psoriasis of the liver) का पता चला था और डॉक्टरों ने बताया था कि उनका इलाज केवल लीवर ट्रांसप्लांट से ही हो सकता है. इलाज का खर्च करीब 70 लाख था, जिससे वह परेशान हो गए थे.
डाइट में बदलाव और प्राकृतिक खेती की ओर कदम
इलाज के साथ-साथ हरिकृष्ण भाई ने अपने खानपान में बदलाव लाने का फैसला किया और रासायनिक खाद की बजाय खेतों में प्राकृतिक तरीके से उगाए गए उत्पादों को खाने का सोचा. यूट्यूब पर प्राकृतिक खेती के फायदे जानने के बाद उन्होंने गाय आधारित खेती शुरू की. इससे उनकी सेहत में जबरदस्त सुधार हुआ.
भाइयों, एक बीघा खेत से 2 लाख की कमाई! गुजराती किसान से जानें मिर्च की खेती का पूरा गणित
प्राकृतिक खेती से हो रही है जबरदस्त सेहत लाभ
वर्तमान में वह 8 हेक्टेयर जमीन में से 2 एकड़ में प्राकृतिक खेती कर रहे हैं और उसमें तरह-तरह की सब्जियां, आयुर्वेदिक औषधीय पौधे जैसे लाल भिंडी, वाल, चोली, गुड़, टमाटर, मसाले और फल उगा रहे हैं.
हरिकृष्ण भाई की आय और प्रोडक्शन
कृषि से हरिकृष्ण पटेल को सालाना 60 से 70 हजार रुपये की आय हो रही है. वह साल में 3-4 क्विंटल सब्जियों का उत्पादन करते हैं. इसके अलावा, उन्हें अटका प्रोजेक्ट से 13 हजार रुपये की सहायता भी मिल रही है और पशुपालन से 3000 लीटर दूध का उत्पादन हो रहा है. बता दें कि हरिकृष्ण पटेल की तरह आप भी प्राकृतिक खेती अपनाकर अपनी सेहत को सुधार सकते हैं. ऑर्गेनिक तरीके से उगाए गए खाद्य पदार्थों का सेवन आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है.
Tags: Local18, Special Project
FIRST PUBLISHED :
November 18, 2024, 13:38 IST