एटीएम मशीन के बाहर खड़ी पुलिस
कोरबा. पुलिस त्योहारी सीजन के मद्देनजर सुरक्षा को लेकर मुस्तैदी बरत रही है. पुलिस के अफसर व जवान वित्तीय संस्थानों में जाकर समझा रहे हैं. इन तमाम कोशिशों के बीच कंपनी के मेडिकल कॉलेज कर्मचारियों अस्पताल परिसर स्थित की एटीएम बूथ में बड़ी लापरवाही सामने आई है. बूथ के भीतर लाखों रुपए से भरे एटीएम मशीन में कर्मचारी ने चाबी को लगा छोड़ दिया. मामले की भनक लगने पर अनहोनी की आशंका से पुलिस के होश उड़ गए. हालांकि, छानबीन के दौरान वस्तुस्थिति स्पष्ट हो गई.
यह वाक्य रविवार की दोपहर करीब 3.30 बजे सामने आया. दरअसल, मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में सहायता के लिए पुलिस चौकी स्थित है जहां आरक्षक राजेश अनंत तैनात है उसे कुछ रकम की जरूरत थी वह पैसे निकालना अस्पताल परिसर में एटीएम पहुंचा. कार्ड एटीएम मशीन में डालकर आहरण की प्रक्रिया पूरी की. इस दौरान मशीन ने रकम नहीं उगली. वह दोबारा प्रक्रिया पूरी करता इससे पहले उसकी नजर मशीन के सामने हिस्से में लगी चाबी पर पड़ी. उसने मशीन को गौर से देखा तो बाजू में भी एक अन्य चाबी लगी हुई थी. जिससे आरक्षक भी दंग रह गया. उसने किसी अनहोनी की आशंका पर आला अधिकारियों को मामले की जानकारी दी.
हो सकती थी बड़ी अनहोनी
सीएसपी भूषण एक्का के निर्देश पर सिविल लाइन थाना प्रभारी प्रमोद डनसेना अपनी टीम के साथ तत्काल मौके पर जा पहुंचे. उन्होंने एसबीआई के मुख्य शाखा के प्रबंधक से चर्चा करते हुए मामले की जानकारी दी. इस दौरान पता चला कि एटीएम में रकम लोड करने का ठेका सीएमएस नामक कंपनी को दी गई है. उन्होंने कंपनी को मामले से अवगत कराने की बात कही. थोड़ी ही देर बाद कंपनी के दो कर्मचारी मौके पर पहुंचे. पूछताछ के दौरान उन्होंने अपना नाम मानस नगर निवासी इंद्रजीत श्रीवास और हाउसिंग बोर्ड में रहने वाले रवि गढ़ेवाल बताया. रवि के पास मशीन की चाबी थी, लेकिन इंद्रजीत के पास चाबी नहीं मिली. जब पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि मशीन से रकम नहीं निकलने की शिकायत पर वह जांच के लिए पहुंचा था. उसने अपने पास रखी चाबी से खोलकर मशीन में सुधार कार्य किया. इसके बाद वह घर लौट गया. उसने जल्दबाजी में चाबी मशीन में ही छोड़ दी थी. उसने अपनी गलती तो कबूल कर ली, लेकिन उसकी लापरवाही के कारण बड़ी अनहोनी घट सकती थी. जिसका खामियाजा आसपास मौजूद लोगों को उठाना पड़ सकता था. किसी प्रकार की गड़बड़ी होने पर पुलिस को भी माथापच्ची करनी पड़ सकती थी.
सूचना देने के लिए नहीं है टोल फ्री नंबर
इस घटना ने बैंकों और एटीएम बूथों में आपातकालीन नंबर नहीं होने की बात को भी उजागर कर दिया है. दरअसल, एटीएम बूथ में टोल फ्री नंबर तो दर्ज है. इस नंबर पर सिर्फ मशीन से होने वाली असुविधा की शिकायत की जा सकती है. वहीं बैंक के अधिकारियों का नंबर भी हर किसी के पास मिलना संभव नहीं है. ऐसे में तत्काल सूचना देना मुश्किल है.
शनिवार को डाले थे दो लाख रुपए
पुलिस ने लापरवाही बरतने वाले कर्मचारी से पूछताछ की. इस दौरान उसने शनिवार की दोपहर करीब तीन बजे मशीन में दो लाख रुपए डालने की बात कही. पूछताछ के दौरान पता चला कि चाबी से केबिनेट ही खुल सकता है. भीतरी हिस्से को खोलने के लिए पासवर्ड की जरूरत होती है. जिससे हासिल करना किसी के लिए संभव नहीं है.
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FIRST PUBLISHED :
October 23, 2024, 17:36 IST