प्रतीकात्मक तस्वीर
पश्चिम चम्पारण. जिले के बगहा–1 प्रखंड के वासियों को अभी बाढ़ की चपेट से हल्की राहत मिली ही थी कि रविवार शाम करीब 4 बजे, खैरटवा स्थित चम्पारण तटबंध के एकाएक टूट जाने की वजह से लोगों में अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया है. जानकारी के अनुसार, तटबंध के टूटने से बगहा–1 प्रखंड के करीब आधा दर्जन गांव के लोग बुरी तरह से प्रभावित हो गए हैं.ग्रामीणों की मानें तो, उन्हें इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि जिस तटबंध से वो एक लंबे समय से आना जाना कर रहे हैं, वो एक झटके में ही बीच से टूट जाएगा.
आधा दर्जन से अधिक पंचायत के लोग प्रभावित
बता दें कि बगहा एक प्रखंड के चखनी रजवटिया पंचायत के खैरटवा गांव स्थित चम्पारण तटबंध के ध्वस्त होने से बड़गाव, छोटकीपट्टी, पिपरिया, एकडेरवा, डुमरिया, बेलवा, भीड़ारी, चंद्रपुर, बकवा इत्यादि पंचायत के करीब 50 हजार लोग बुरी तरह से प्रभावित होंगे. स्थानीय निवासियों की मानें तो, शुरुआत में करीब 3 फीट तक तटबंध ध्वस्त हुआ, लेकिन पानी का बहाव इतना प्रबल था कि कुछ ही मिनटों में यह बढ़कर करीब 15 फीट तक ध्वस्त हो गया.गौर करने वाली बात यह है कि तटबंध के ध्वस्त होने से आधा दर्जन से अधिक पंचायतों के हजारों लोगों का संपर्क मुख्य मार्ग ‘एनएच 727’ से पूरी तरह से टूट चुका है.
गंडक का बढ़ता जलस्तर बना मुसीबत
समझने वाली बात यह है कि गंडक नदी के बढ़े जलस्तर से नदी में जो तेज बहाव की स्थिति पैदा हुई है, इसका बुरा असर खैरटवा स्थित चंपारण तटबंध पर पड़ा है.स्थानीय लोगों ने बताया कि यह तटबंध कई दशक पुराना है, लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि हाल ही में इसकी मरम्मत का काम पूरा किया गया था.लेकिन इसके बावजूद तटबंध टूट गया है.ऐसे में आधा दर्जन से अधिक पंचायतों के सैकड़ों गांव में एक बार फिर बाढ़ की स्थिति बनने की संभावना प्रबल हो चुकी है.
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FIRST PUBLISHED :
September 29, 2024, 18:44 IST