हाइलाइट्स
DMCH में मरीज के जान से खिलवाड़, गर्भवती महिला का ऑपरेशन कर पेट में टेट्रा (कपड़ा) छोड़ा. ऑपरेशन के एक माह बाद मरीज की बिगड़ी हालात, ड्रेसिंग के दौरान ऑपरेशन वाली जगह दिखा टेट्रा. ड्रेसर ने निकाला टेट्रा तो लाइव वीडियो आया सामने, अस्पताल अधीक्षक ने जांच कराने की कही बात.
दरभंगा. बिहार के दरभंगा जिले के बड़े अस्पताल DMCH में मरीज के जान से खिलवाड़ का मामला सामने आया है. यहां गर्भवती महिला का ऑपरेशन कर पेट में टेट्रा (कपड़ा) छोड़ दिया गया. एक महीने तक दिक्कत सहने के बाद मरीज जख्म में पस आ गया और हालत बिगड़ गई. इसके बाद जब ड्रेसिंग की गई तो इस दौरान ऑपरेशन वाली जगह टेट्रा दिखाई दिया. ड्रेसर ने टेट्रा (कपड़ा) को निकाला और इस दौरान किसी ने वीडियो बना लिया. यह विडियो सामने आने के बाद से ही हंगामा मच गया है और डीएमसीएच में स्वास्थ्यकर्मियों की लापरवाह कार्यशैली उजागर हो गई है.
इस बीच मरीज की स्थिति नाजुक है और फिलहाल मरीज को DMCH में ही भर्ती किया गया है जहां ऑपरेशन होगा. अस्पताल अधीक्षक ने इस पूरे मामले की जांच की बात कही है. वहीं, मरीज के परिजनों ने डॉक्टर की लापरवाही पर सवाल उठाए हैं. बता दें कि मरीज जाले प्रखंड के ब्रह्मपुर गांव के शिवम ठाकुर की पत्नी अंजला कुमारी हैं. उत्तर बिहार के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल DMCH के डॉक्टर की बड़ी लापरवाही का वीडियो सामने आने के बाद लोग दहशत में हैं.
जानिये क्या है पूरा मामला
बता दें कि बीते गर्भवती महिला आठ अक्टूबर को डीएमसीएच में भर्ती हुई थी. डॉक्टर ने ऑपरेशन किया और महिला ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया, जिसके बाद 14 अक्टूबर को अस्पताल से छुट्टी कर दी गई. लेकिन, टांका डालते समय मरीज के पेट में एक टेट्रा (मेडिकल कपड़ा) छोड़ दिया और मरीज को अस्पताल से छुट्टी भी कर दी. ऐसा आरोप अंजला कुमारी के पति शिवम ठाकुर ने लगाया है. जब तकरीबन एक माह बाद जब मरीज का जख्म नहीं भरा और जख्म में पस भी बहुत बनने लगा तो ऐसे में मरीज के परिजन निजी ड्रेसर से मरीज के जख्म की ड्रेसिंग करवा रहे थे. इसी दौरान ऑपरेशन वाली जगह जख्म से होकर टेट्रा का एक कोना पेट के टांका को तोड़ बाहर निकला हुआ दिखाई दिया, जिसे ड्रेसर ने धीरे-धीरे पेट से बाहर निकाला और इस पूरे घटना का लाइव वीडियो भी बनाया. अब मरीज के पति और परिजन ने डॉक्टर पर लापरवाही से इलाज करने का आरोप लगाते यह दावा किया है कि दरभंगा DMCH में ऑपरेशन के दौरान ही मरीज के अंदर यह टेट्रा यानी कपड़ा छोड़ दिया गया था और पेट को स्टीच कर वहां से डिस्चार्ज कर दिया गया.
अस्पताल प्रशासन ने यह कहा
परिजनों का आरोप है DMCH के डॉक्टरों ने बाद में आने के बाद मरीज को नहीं देखा, जिसके बाद मुजफ्फरपुर में भी इलाज करवाया. लेकिन, पेट में गैस बता डॉक्टर ने छोड़ दिया. सिटी स्कैन में भी पता नहीं चला लेकिन, अब घाव का ट्रेसिंग करते वक्त पता चला कि अंदर कपड़ा पड़ा हुआ है. वहीं, DMCH अधीक्षक अलका झा ने कहा कि जैसे ही घटना की सूचना मिली तुरंत प्राथमिकता से मरीज का इलाज शुरू कर दिया गया है. जरूरत पड़ी तो पूरे मामले की जांच करवाई जाएगी. वहीं उन्होंने बताया कि उक्त पीड़ित महिला का ऑपरेशन किया जा रहा है.
डीएमसीएच के हालात कब सुधरेंगे?
बता दें कि अस्पताल की लापरवाह कार्यशैली आज भी दिखी जब मरीज को गंभीर हालत में परिजन DMCH लेकर पहुंचे परिजन एम्बुलेंस से खुद उतारकर गोदी में उठाये हुए दौड़ते भागते दिखे. इस बीच अस्पताल का कोई कर्मी मदद करते नहीं दिखा और न ही स्ट्रेचर दिया गया.गर्भवती महिला की हालत लापरवाह डॉक्टर के कारण नाजुक बनी हुई है और अब डॉक्टरों की टीम जान बचने में जुटी हुई है.
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FIRST PUBLISHED :
November 18, 2024, 17:36 IST