पृथ्वी पर ध्रुवीय और उसके आसपास के इलाकों में जमीन का तापमान शून्य से काफी नीचे तक दशकों सदियों तक रहता है. इस स्थिति को पर्माफ्रॉस्ट या स्थायीतुषार कहते हैं. यह वनस्पति के पनपने के लिए बहुत प्रतिकूल हालात होते हैं क्योंकि इनमें पौधों को पानी नहीं मिल पाता है. पर ऐसे इलाकों के लिए एक खास बात भी होती है. यहां पर सदियों पहले मर कर बर्फ में दबे जानवर संरक्षित हो जाते है. ऐसा लगता है कि वो फ्रिज में रखे थे. साइबेरिया के इलाके में वैज्ञानिकों को हजारों साल पुराने दबे पुराने जानवर मिल जाते हैं. 2020 में, उन्होंने एक कटार के समान दातों वाली बिल्ली का बच्चा जमी हुई मिट्टी में संरक्षित पाया गया था. जिसके अध्ययन के नतीजे अब सामने आए हैं.
लगभग पूरी तरह से संरक्षित था बिल्ली की वह बच्चा!
शोधकर्ताओं की एक टीम ने नेचर जर्नल साइंटिफिक रिपोर्ट्स में इस सप्ताह प्रकाशित एक अध्ययन में अपने नतीजों के बारे में विस्तार से बताया है. विशेष रूप से, 2018 में, पर्माफ्रॉस्ट में एक उल्लेखनीय रूप से संरक्षित गुफा शेर शावक का भी पता चला था. यह लगभग सही स्थिति में था.कटार के समान दांतों वाली बिल्ली की ममी में जानवर का पूरा सिर और एक आगे के पैर, उसके कंधे और पसली का पिंजरा और उसका एक पिछला पैर शामिल है.
केवल सिर और दातों का किया अध्ययन
यह समझने के लिए कि कटार के समान दांतों वाली बिल्ली की यह किस प्रजाति की है, टीम ने ममी के सिर और दांतों की विशेषताओं का अध्ययन करने का फैसला किया. शोधकर्ताओं का कहना है कि बिल्ली की ममी दो साल पहले मिले शेर शावक से हज़ारों साल पुरानी है. बिल्ली शावक पर किए गए रेडियोकार्बन डेटिंग से पता चला है कि यह लगभग 31,800 साल पुराना है. इसका मतलब यह है कि जब इंसान लास्कॉक्स में सबसे पुरानी गुफाओं की पेंटिंग बनाया करते थे, तब शावक लगभग 15,000 साल पहले ही मर चुका था.
कटार के समान दांत वाली बिल्ली का यह बच्चा का सिर काफी हद तक संरक्षित था.(तस्वीर: A V Lopatin/Scientific Reports 2024 (CC BY 4.0) )
आज के समय के शेर शावक का इस्तेमाल
गिज़मोडो की रिपोर्ट के अनुसार, शोध दल ने तीन सप्ताह पुराने शेर शावक के शव का उपयोग करके तुलनात्मक विश्लेषण किया. उन्होंने ममी का सीटी स्कैन किया ताकि उसकी कंकाल संरचना को बिना उसे खराब किए जानकारी हासिल की जा सके. शोधकर्ताओं ने ममी की खोपड़ी को उसकी खोपड़ी के थोड़े विकृत लेकिन अच्छी तरह से संरक्षित दाहिने हिस्से के आधार पर फिर से बनाया.
कैसी थी कटार के समान दांतों वाली बिल्ली
विश्लेषण से पता चला कि कटार के समान दांतों वाली बिल्ली होमोथेरियम लैटिडेंस नमूना थी. इसे स्किमिटर-टूथ बिल्ली के रूप में भी जाना जाता है. यह एक कटार के समान दांतों वाली शिकारी था जिसके कृंतक स्माइलोडन जैसे अन्य कटार के समान दांतों वालों की तुलना में छोटे थे. वे लंबी दूरी तक दौड़ सकते थे और दुबले-पतले थे. कटार के समान दांतों वाली बिल्ली की गर्दन शेर के बच्चे की गर्दन से दोगुनी से भी ज़्यादा मोटी थी.
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शोधकर्ताओं ने अध्ययन में लिखा है कि यह खोज पुष्टि करती है कि होमोथेरियम लेट प्लीस्टोसीन में आज के एशिया में घूमता था. टीम ने लिखा, “इस प्रकार, जीवाश्म विज्ञान अनुसंधान के इतिहास में पहली बार, एक विलुप्त स्तनपायी की बाहरी उपस्थिति का सीधे अध्ययन किया गया है, जिसका आधुनिक जीवों में कोई लेखा जोखा नहीं है.” वैज्ञानिकों का मानना है कि यह खोज उन्हें प्राचीन समय के बारे में और अधिक जानने में मदद कर सकती है.
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FIRST PUBLISHED :
November 18, 2024, 08:00 IST