GPS और GIS में क्या है अंतर, 90% लोगों को नहीं है इसके बारे में पता

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GPS Vs GIS: ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (GPS) और ज्योग्राफिकल इन्फॉर्मेशन सिस्टम (GIS) दो महत्वपूर्ण तकनीकें हैं, जिनका उपयोग ज्योग्राफिक और स्थानिक डेटा के मैनेजमेंट और विश्लेषण के लिए किया जाता है. जीपीएस सेटेलाइट की मदद से सटीक स्थान और समय की जानकारी प्रदान करता है, जबकि जीआईएस ज्योग्राफिकल डेटा के संग्रह, प्रबंधन और विश्लेषण पर केंद्रित है. दोनों का संयोजन कई उद्योगों में स्थानिक विश्लेषण, मैपिंग और नेविगेशन के लिए उपयोगी होता है.

जीपीएस (ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम) क्या है?
GPS (Global Positioning System) एक सेटेलाइट बेस्ड नेविगेशन सिस्टम है, जो पृथ्वी पर सटीक स्थान और समय की जानकारी प्रदान करती है. यह तकनीक कई सेटेलाइटों का उपयोग करके रिसीवर की स्थिति निर्धारित करती है. GPS मुख्य रूप से नेविगेशन, वाहन ट्रैकिंग, सर्वेक्षण, और स्थान आधारित सेवाओं के लिए उपयोग किया जाता है. जीपीएस सेटेलाइटों के नेटवर्क से संकेत प्राप्त करके किसी भी स्थान का सटीक लैटिट्यूड औरलोंगिट्यूड निर्धारित करता है. यह सिस्टम के माध्यम से सिग्नल भेजकर और रिसीवर द्वारा उन सिग्नल्स के प्रसंस्करण के आधार पर दूरी और समय की जानकारी प्रदान करती है.

जीआईएस (ज्योग्राफिकल इन्फॉर्मेशन सिस्टम) क्या है?
GIS (Geographic Information System) एक कंप्यूटर-बेस्ड सिस्टम है, जिसका उपयोग ज्योग्राफिकल डेटा को एकत्रित, संग्रहीत, प्रबंधित और विश्लेषण करने के लिए किया जाता है. यह तकनीक उपयोगकर्ताओं को मानचित्र और स्थानिक डेटा का विश्लेषण करने की अनुमति देती है, और विभिन्न प्रकार के डेटा सेट को एक साथ जोड़कर उपयोगी परिणाम प्रस्तुत करती है. जीआईएस का व्यापक रूप से टाउन प्लानिंग, एनवायरमेंट मैनेजमेंट, आपदा प्रतिक्रिया, और व्यवसाय विश्लेषण में उपयोग किया जाता है. यह तकनीक मानचित्र, हवाई और सेटेलाइट चित्रों, और सर्वेक्षण डेटा के साथ काम करने में सक्षम है. इसके माध्यम से विभिन्न आउटपुट फॉर्मेट जैसे मानचित्र, ग्राफ और चार्ट बनाए जा सकते हैं.

जीपीएस और जीआईएस के बीच प्रमुख अंतर (Difference Between GPS and GIS)
जीपीएस और जीआईएस दोनों तकनीकें स्थान और ज्योग्राफिकल डेटा के साथ काम करती हैं, लेकिन उनके कार्यों में भिन्नता होती है:
प्रक्रिया और डेटा संग्रह: जीपीएस सेटेलाइटों से सटीक स्थान जानकारी प्रदान करता है, जबकि जीआईएस एक सिस्टम है, जो स्थानिक डेटा का प्रबंधन और विश्लेषण करती है.
डेटा स्रोत: जीपीएस सेटेलाइटों के संकेतों के माध्यम से रिसीवर की स्थिति और समय निर्धारित करता है. जीआईएस हवाई चित्रों, मानचित्रों, और सर्वेक्षण डेटा सहित विभिन्न ज्योग्राफिकल डेटा का उपयोग करता है.
उपयोग के क्षेत्र: जीपीएस का प्रमुख उपयोग नेविगेशन और ट्रैकिंग के लिए होता है. वहीं जीआईएस का उपयोग टाउन प्लानिंग, शहरी नियोजन, एनवायरमेंट मॉनिटरिंग और आपदा प्रबंधन के लिए किया जाता है.
रियल-टाइम डेटा: जीपीएस रिसीवर से प्राप्त वास्तविक समय डेटा लगातार अपडेट होता रहता है. जीआईएस वास्तविक समय डेटा के लिए उपयोगी हो सकता है, लेकिन इसके लिए जीपीएस उपकरणों से कनेक्टिविटी की आवश्यकता होती है.

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Tags: Education news, General Knowledge

FIRST PUBLISHED :

October 23, 2024, 17:42 IST

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