भोपाल. उत्तर प्रदेश के झांसी मेडिकल कॉलेज की घटना के बाद भी मध्य प्रदेश के अस्पतालों में फायर सेफ्टी का हाल बेहाल है. न्यूज 18 की टीम भोपाल के जिला अस्पताल पहुंची तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ. अस्पताल में कई जगह लगे फायर एक्सटिंग्विशर की ड्यू डेट निकली गई थी. पूरे अस्पताल में अब तक फायर सेफ्टी के लिए रूफ लाइन भी नहीं बिछी है, जिसमें स्प्रिंकलर लगे होते हैं. न्यूज 18 की टीम के पहुंचने के बाद आनन फानन में ड्यू डेट वाले फायर एक्सटिंग्विशर को हटाने में अस्पताल प्रबंधन जुट गया.
अस्पताल अधीक्षक डॉ राकेश श्रीवास्तव का दावा है कि सभी जगह व्यवस्था दुरुस्त है. मामले की जांच करा रहे हैं. फायर सेफ्टी के लिए इंस्ट्रक्शन दिए गए हैं. मालूम हो कि भोपाल में भी सतपुड़ा, वल्लभ भवन, कमला नेहरू हॉस्पिटल में भी बड़े हादसे हो चुके हैं.
झांसी में गई मासूमों की जान
उत्तर प्रदेश के झांसी मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार देर रात NICU में आग लग गई. हादसे में 10 बच्चों की मौत हो गई. इतना ही नहीं 30 से ज्यागा बच्चों का रेस्क्यू भी किया गया. बताया जाता है कि वार्ड में 50 से ज्यादा बच्चे भर्ती थे. मुख्यमंत्री योगी ने भी हादसे का संज्ञान लिया और अधिकारियों को फौरन कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
एक प्रत्यक्षदर्शी का कहना है कि रात 10 बजे अचानक शॉर्ट सर्किट से यह आग लगी. जब वह वार्ड में पहुंचे तो एक बेड पर 6 बच्चे थे. स्थिति भयावह थी. उन्होंने 20 से 25 बच्चों को खुद निकाला. उन्होंने बताया कि कई बच्चे बुरी तरह झुलस गए थे. इसके साथ ही तड़प रहे थे. वार्ड में लगभग 54 बच्चे भर्ती थे.
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा कि कुछ समय पहले इस वार्ड का फायर ऑडिट कराया गया था. इसके साथ ही मेडिकल कॉलेज में मॉक ड्रिल भी कराई जाती है, लेकिन बच्चा वार्ड के बाहर रखे आग बुझाने वाले यंत्र कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं. वार्ड के बाहर रखे अधिकतर फायर एक्सटिंग्विशर मशीन एक्सपायर हो चुकी थी. इनसे आग पर काबू पाना मुश्किल बहुत मुश्किल था.
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FIRST PUBLISHED :
November 16, 2024, 14:28 IST