गया : बिहार के चार विधानसभा सीट इमामगंज, बेलागंज, तरारी और रामगढ पर हुए उपचुनाव का नतीजा 23 नवंबर यानि आज आएगा. इनमें से दो सीट इमामगंज और बेलागंज गया जिले में है. बात करें इमामगंज विधानसभा सीट की तो मुख्य रूप से यहां एनडीए, महागठबंधन और जन सुराज के उम्मीदवारों के बीच मुकाबला है.
एनडीए ने यहां से जीतन राम मांझी की बहू दीपा मांझी को उम्मीदवार बनाया, जबकि महागठबंधन से रोशन मांझी उम्मीदवार हैं. वहीं जन सुराज ने जितेंद्र पासवान को उम्मीदवार बनाया. 13 नवंबर को मतदान हो चुका है और अब मतगणना की बारी है. मतगणना गया कॉलेज स्थित मानविकी भवन में किया जाएगा. मतगणना के लिए 28 टेबल लगाए जाएंगे और 11 राउंड में काउंटिग होगा.
इमामगंज सीट पर वोटिंग प्रतिशत 51.01% रहा. इमामगंज में कुल मतदाता 3,15,389 थे. लगभग आधे मतदाताओं ने अपना मत का प्रयोग किया. इमामगंज सीट की बात करें तो यह सीट अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित सीट है. यहां पिछले 24 साल से एनडीए के प्रत्याशी को जीत मिलते रही है. हालांकि जिस हिसाब से यहां मतदान हुआ है और जातिय समीकरण है, उस हिसाब से इस बार यहां महागठबंधन का पलड़ा भारी दिखाई पड़ रहा है.
पहली बार राजद के उम्मीदवार एनडीए के प्रत्याशी को धूल चटा सकती है. इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि महागठबंधन के वोट का बिखराव नहीं होने का दावा किया जा रहा है. माय समीकरण जो इनका कोर वोट बैंक है, ने एकजुट होकर मतदान किया है. हालांकि जनसुराज ने इनके वोट बैंक में थोड़ी बहुत सेंधमारी जरूर की है, लेकिन ज्यादातर सेंधमारी एनडीए के वोट बैंक में हुई है. इस कारण यहां एनडीए को झटका लग सकता है.
2020 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव की बात करें तो यहां से हम पार्टी के जीतनराम मांझी को जीत मिली थी. लेकिन 2024 लोकसभा चुनाव में मांझी का गया से सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हो गई थी. इस कारण यहां उपचुनाव हुआ. 2020 के चुनाव में एनडीए के जीतनराम मांझी के सामने महागठबंधन से राजद के उम्मीदवार उदय नारायण चौधरी थे. जीतन राम मांझी को कुल 78,762 मत प्राप्त हुए थे, जबकि उदय नारायण चौधरी को 62,728 वोटों से संतोष करना पड़ा था. लगभग 16 हजार वोटों से जीतन राम मांझी को यहां से लगातार दूसरी बार जीत मिली थी.
इस उपचुनाव में यहां से प्रमुख दल के उम्मीदवार जिन्हें भी जीत मिलेगी वह पहली बार विधानसभा पहुंचेंगे. इस बार इमामगंज विधानसभा सीट का इतिहास भी बदलने वाला है. या तो यहां के लोगों को पहली बार महिला विधायक मिलेगी या राजद का पहला विधायक बनेगा. या पहली बार चुनाव में आई नई पार्टी जनसुराज के उम्मीदवार जीतता है तो पहली बार विधानसभा पहुंचेंगे. अब यहां से अगला विधायक कौन होगा यह 24 घंटे के अंदर क्लियर हो जाएगा. इधर, जिला प्रशासन भी मतगणना कराने की तैयारी में जुटा हुआ है. आज शाम जिला प्रशासन की ओर से प्रेस ब्रीफिंग किए जाने की भी संभावना है.