कीव: अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की वापसी से यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की कमजोर पड़ गए हैं। ट्रंप ने सत्ता संभालने से पहले ही रूस-यूक्रेन युद्ध को रोकवाने और युद्ध के लिए यूक्रेन की मदद नहीं करने का ऐलान किया था। शपथ लेने और पदभार संभालते ही ट्रंप ने यूक्रेन को दी जाने वाली नई सहायता रोक दी। इससे यूक्रेनी सेना के हौसले भी पस्त होने लगे। इसका फायदा उठाकर रूस यूक्रेन पर पहले से ज्यादा हमलावर हो गया। इस बीच रूस ने शुक्रवार को दावा किया कि उसने पूर्वी यूक्रेन के दोनेत्स्क क्षेत्र में एक और गांव पर कब्जा कर लिया है।
रूसी सेना का दावा है कि लगभग तीन साल के युद्ध के बाद वह महत्वपूर्ण यूक्रेनी साजो-सामान केंद्र पोक्रोव्स्क के और नजदीक पहुंच गया है। हालांकि, रूस के दावे की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी है कि उसकी सेना ने नोवोवासिलिव्का पर कब्ज़ा कर लिया है। यूक्रेनी अधिकारियों ने भी तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की है। रूसी सेना महीनों से पोक्रोव्स्क और पास के चासिव यार जैसे प्रमुख दोनेत्स्क गढ़ों पर कब्जा करने की कोशिश कर रही हैं, खेत और जंगलों में अपना रास्ता बना रही हैं तथा छोटी ग्रामीण बस्तियों को अपने कब्जे में ले रही हैं।
पोक्रोव्स्क से सिर्फ 11 किलोमीटर दूर रूसी सेना
नोवोवासिलिव्का गांव पोक्रोव्स्क से लगभग 11 किलोमीटर (दक्षिण पश्चिम में स्थित है। यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा है कि रूस पोक्रोव्स्क को घेरने के लिए एक बड़ा अभियान चला रहा है। पोक्रोव्स्क एक प्रमुख सड़क और रेल केंद्र है, जहां से अग्रिम क्षेत्रों के विस्तृत हिस्से को आपूर्ति प्रदान की जाती है। चासिव यार एक रणनीतिक पर्वतीय चोटी है। यूक्रेन के जनरल स्टाफ ने शुक्रवार को कहा कि यूक्रेनी सैनिकों ने पिछले 24 घंटों में पोक्रोव्स्क की ओर रूसी सेना के 71 हमलों को नाकाम कर दिया है, जिसका मतलब है कि पूरे 1,000 किलोमीटर की अग्रिम रेखा पर रूस के लगभग आधे हमले पोक्रोव्स्क के आसपास हुए। (एपी)
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