शेयर मार्केट इन दिनों काफी अस्थिर हो गया है। ऐसे में कई निवेशक अवश्य ही दूसरे निवेश विकल्पों की तलाश कर रहे होंगे। ऐसे में बांड एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है। यहां आपको एफडी और दूसरी सेविंग स्कीम्स की तुलना में अधिक रिटर्न मिलता है। साथ ही यहां शेयर मार्केट की तुलना में रिस्क भी कम है। बांड एक फिक्स रिटर्न वाला इनकम सोर्स है। सरकारों के अलावा प्राइवेट कंपनियां भी बांड जारी करती हैं। जब सरकार या किसी प्राइवेट कंपनी को पैसों की जरूरत होती है तो वे बांड जारी करते हैं। ये बांड एक फिक्स रिटर्न रेट और फिक्स अवधि के साथ आते हैं। आइए जानते हैं कि यहां कितना रिटर्न मिल जाता है।
बांड में कितना मिल जाता है रिटर्न
बांड जारी करने वाली कंपनियां आमतौर पर 7 से 14 फीसदी के बीच रिटर्न ऑफर करती हैं। कंपनियों द्वारा ऑफर किया जाने वाला ये फिक्स रिटर्न होता है। निवेशक बांड में निवेश करके 9 से 12 फीसदी रिटर्न आसानी से पा सकते हैं। यानी बांड में आपको एफडी और दूसरी सेविंग स्कीम्स की तुलना में अच्छा रिटर्न मिल जाता है।
कितने सेफ होते हैं बांड
जोखिम के हिसाब से बांड दो तरह के होते हैं। सिक्यॉर्ड बांड और अनसिक्यॉर्ड बांड। सिक्यॉर्ड बांड पूरी तरह से सेफ होते हैं और इनमें निवेश करना पूरी तरह से सुरक्षित है। इस तरह के बांड कोलेटरल के साथ आते हैं। यानी कंपनी आपसे जो पैसे ले रही है, उसे चुकाने के लिए सुरक्षा के रूप में कुछ न कुछ गिरवी रखती है, जिसे डिफॉल्ट जैसी परिस्थितियों में जब्त किया जा सकता है। जबकि अनसिक्यॉर्ड बांड में काफी रिस्क होता है, क्योंकि इसमें कंपनी अपनी कोई भी चीज गिरवी नहीं रखती है। अगर आप किसी अनसिक्यॉर्ड बांड में निवेश कर रहे हैं और वो कंपनी डिफॉल्ट हो जाती है तो आपके पैसे डूब जाएंगे।