पर्थ टेस्ट के साथ ही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 का आगाज हो गया है। टॉस जीतकर भारतीय कप्तान जसप्रीत बुमराह ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल पारी का आगाज करने उतरे लेकिन कुछ खास नहीं कर सके। टीम को तीसरे ही ओवर में मिचेल स्टार्क ने यशस्वी जायसवाल के रुप में पहला झटका लगा। जायसवाल अपना खाता भी नहीं खोल सके। इसके बाद देवदत्त पडिक्कल भी डक पर पवेलियन लौट गए। विराट कोहली भी कुछ खास नहीं कर सके और सिर्फ 5 रन बनाकर जोश हेजलवुड का शिकार बने। इस दौरान केएल राहुल ने एक छोर संभाले रखा और धीरे-धीरे टीम के खाते में रन जोड़ने का काम किया।
केएल ने 70 से ज्यादा गेंद खेलकर अपने पैर लगभग जमा ही लिए थे कि तभी 23वें ओवर में कुछ ऐसा घटा जिससे विवाद खड़ा हो गया। दरअसल, टीम इंडिया ने 22 ओवर में 3 विकेट खोकर 47 रन स्कोरबोर्ड पर लगा दिए थे। पंत 10 रन और केएल राहुल 26 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे। इसके बाद 23वें ओवर में मिचेल स्टार्क गेंदबाजी करने आए। ओवर की दूसरी गेंद स्टार्क ने लेंथ गेंद फेंकी जिसे केएल डिफेंड करने गए। गेंद बल्ले के काफी करीब से निकलकर विकेटकीपर के हाथों में चली गई। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने जोरदार अपील की लेकिन नकार दी गई।
थर्ड अंपायर के फैसले से खड़ा हुआ हंगामा
केएल का बड़ा विकेट हाथ से जाता देख ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने तुरंत ही रिव्यू ले लिया। इसके बाद रिप्ले में नजर आया कि बल्ले के पास गेंद के आते ही स्पाइक में हरकत हुई है। स्टेडियम में लगी बड़ी स्क्रीन पर यह देख ऑस्ट्रेलियाई खिलाडी उत्साहित हो गए और फिर कुछ देर बाद ही टीवी अंपायर ने भी ऑन फील्ड अंपायर से फैसला पलटने के लिए कह दिया। इस फैसले से केएल राहुल काफी निराश नजर आए क्योंकि जिस समय स्पाइक नजर आया था उसी दौरान बल्ला पैड से भी टकराया था। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान पता चला कि टीवी अंपायर के पास सिर्फ दो ही एंगल उपलब्ध थे। इस तरह केएल के विकेट ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले ही दिन बखेड़ा खड़ा हो गया। केएल के विकेट पर अब कई पूर्व भारतीय क्रिकेटरों ने सवाल उठाए हैं।