प्रयागराज: अतिक्रमण की समस्या है या स्ट्रीट लाइट खराब है, समय पर कूड़ा नहीं उठ रहा या अवैध निर्माण की बात है. अब प्रयागराज के लोगों को इन समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा. प्रयागराज नगर निगम ने इन समस्याओं को दूर करने और शहर को स्वच्छ बनाने के लिए स्मार्ट सिटी के सहयोग से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट कंट्रोल रूम तैयार किया है. इस तरह का सॉलिड वेस्ट मैंनेजमेंट कंट्रोल रूम पूरे प्रदेश में पहली बार विकसित किया गया है. नगर निगम की ओर से शहर को स्वच्छ बनाने के लिए जो भी व्यवस्थाएं की गई हैं, उन सभी की रियल टाइम मॉनिटरिंग इसी कंट्रोल रूम से की जा रही है.
आईसीसीसी से जुड़ा है कंट्रोलरूम
नगर निगम परिसर में तैयार हुआ कंट्रोलरूम आईसीसीसी के साथ जुड़ा है. इससे शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर लगे सीसीटीवी के जरिए पूरे शहर पर निगम की तरफ से निगरानी की जा रही है. AI की मदद से सड़कों पर झाड़ू लगने, कूड़ा हटने, कूड़ा उठाने वाले वाहनों की ट्रैकिंग और डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन करने वाले वाहनों की ट्रैकिंग भी यहीं से हो रही है.
सिटी स्वीपिंग, पब्लिक टॉयलेट्स और सॉलिड वेस्ट प्रोसेसिंग की निगरानी के साथ कचरे के ढेर, गंदगी, या अन्य सफाई संबंधी समस्याओं की जानकारी होने पर तुरंत उनका समाधान भी किया जा रहा है. कंट्रोल रूम से सफाई व्यवस्था से जुड़ी हर गतिविधि पर तो नजर रखी ही जा रही है, साथ ही आमजन की समस्याओं को देखते हुए निगम की व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने की दिशा में काम भी किया जा रहा है.
अतिक्रमण करने वालों पर भी लगेगी लगाम
शहर में अतिक्रमण, सड़क किनारे पड़े कूड़े और खराब स्ट्रीट लाइट की निगरानी AI (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस) के माध्यम से की जा रही है. जहां भी कमियां पाई जा रही है, वहां कंट्रोल रूम से कॉल कर जोनल अधिकारियों और सफाई निरीक्षकों को आदेशित कर तुरंत उसका निस्तारण करवाया जा रहा है. प्रतिदिन 70 किलोमीटर तक मुख्य सड़कों के दायरे को कवर किया जा रहा है. अत्याधुनिक कैमरे से लैस नगर निगम के दो वाहन 35-35 किमी सुबह और शाम शहर की सड़कों पर चलाए जा रहे हैं. इसमें लगे AI कैमरे सड़क किनारे पड़े कूड़े, खराब स्ट्रीट लाइट, सड़क के गड्ढों और अतिक्रमण की तस्वीर कैद कर नगर निगम में बने कंट्रोल रूम को भेज रहे हैं.
54 से अधिक समस्याओं का हुआ निस्तारण
कंट्रोल रूम के अनावरण के पहले AI कैमरे के जरिए निगरानी शुरू कर दी गई थी. 15 दिन में खराब स्ट्रीट लाइटों और जीवीपी पॉइंट की सफाई करने समेत 54 से अधिक समस्याओं का निस्तारण किया जा चुका है. वाहन पर लगे AI कैमरे समस्या से जुड़ी तस्वीर कंट्रोल रूम भेज रहे हैं और 24 घंटे में उन समस्याओं का समाधान किया जा रहा है.
AI कैमरे का उपयोग कर इन समस्याओं पर रखी जा रही है नजर
नगर आयुक्त श्री चन्द्र मोहन गर्ग ने लोकल 18 से बताया कि इसका इस्तेमाल खराब स्ट्रीट लाइट, सड़कों के गड्ढे, जीवीपी पॉइंट को चिह्नित करने के लिए, अवैध होर्डिंग्स, अतिक्रमण, सड़कों पर छुट्टा जानवरों की समस्याओं के निस्तारण के लिए किया जा रहा है. उन्होंने ये भी कहा कि कंट्रोल रूम से हम पूरे शहर की सफाई व्यवस्था की मॉनीटरिंग कर रहे हैं. सड़क के गड्ढों, खराब स्ट्रीट लाइटों, अवैध होर्डिंग्स जैसी समस्याओं की जानकारी एआई के माध्यम से होने पर उनका भी त्वरित समाधान किया जा रहा है.
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FIRST PUBLISHED :
November 29, 2024, 14:08 IST