वॉशिंगटन. अमेरिकी राष्ट्रति जो बाइडन के खिलाफ अब उनकी ही पार्टी में विरोध दिखने लगा है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि डेमोक्रेट के कुछ सांसदों ने इजरायल को हथियार देने से रोकने से जुड़े एक बिल को समर्थन देने का मन बनाया है, जिससे बाइडन प्रशासन सकते में है. इसे जो बाइडन के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है. दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप शुरू से ही इजरायल को हथियार देने के खिलाफ रहे हैं और इसे उन्होंने अपनी चुनावी कैम्पैन के दौरान भी बार-बार दोहराया है. हालांकि, इस बिल अमेरिकी सीनेट ने रोक दिया है.
बाइडन प्रशासन डेमोक्रेटिक सीनेटरों को इस विधेयक के खिलाफ वोट देने के लिए पहले से ही मना रहा था, जिसे पार्टी के कुछ सदस्यों ने आगे बढ़ाया था. इस विधेयक का मकसद इज़रायल को 20 अरब डॉलर से अधिक के हथियारों की आपूर्ति को रोकना है. सीनेटर बर्नी सैंडर्स, पीटर वेल्च, जेफ मर्कले और ब्रायन शैट्ज की तरफ से रखे गए प्रस्तावों पर बुधवार को वोट किया गया.
हालांकि, तीन प्रस्तावों को आगे बढ़ाने के सभी कदम विफल रहे, चैम्बर के 100 सदस्यों में से केवल 20 वोट हासिल हुए, अधिकांश डेमोक्रेट उपायों के खिलाफ सभी रिपब्लिकन में शामिल हो गए. इस बिल का उद्देश्य यह था कि इज़रायल को उन छह हथियारों के ट्रांसफर रोक दिए जाएं, जिसमें गाइडेड मिसाइलें, टैंक राउंड, मोर्टार, टैक्टिकल वाहन और एफ-15 लड़ाकू विमान शामिल हैं.
इन प्रस्तावों का असफल वैसा पहले से ही तय माना जा रहा था क्योंकि दोनों पार्टियों में इज़रायल के लिए मजबूत समर्थन है – विशेष रूप से रिपब्लिकन पार्टी में. फिर भी, यह वोट डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए काफी अहम है, जो अभी भी इस महीने के चुनाव के सबक को समझने की कोशिश कर रही है, जिसमें रिपब्लिकन ने व्हाइट हाउस और सीनेट में जीत हासिल कर हाउस में अपनी बहुमत को बनाए रखा. बाइडन प्रशासन का इस मामले में शामिल होना यह दर्शाता है कि चुनाव के बाद भी डेमोक्रेटिक पार्टी का इज़रायल के प्रति समर्थन बनाए रखने की इच्छा है.
एक अमेरिकी अधिकारी ने द टाइम्स ऑफ इजराइल को बताया था बाइडेन प्रशासन ने सीनेट के कानून के खिलाफ निजी तौर पर काम करना शुरू कर दिया था. व्हाइट हाउस, स्टेट डिपार्टमेंट और पेंटागन के अधिकारी उन विभिन्न सांसदों से संपर्क कर रहे थे जो यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि वे किसे वोट देंगे.
बीच के रास्ते को सही मानने वालों का तर्क है कि पार्टी ने अपने प्रोग्रेसिव विंग को बहुत अधिक तवज्जो दी, जिसमें इज़रायल के प्रति विरोधी रुख अपनाना भी शामिल है, “स्क्वाड” रिप्रेजेंटेटिव मेंबर एलेक्जेंड्रिया ओकासियो-कोर्टेज़ जैसे सांसदों का आरोप है कि पार्टी ने इज़रायल समर्थक एआईपीएसी लॉबी जैसे विशेष समूहों को तवज्जो दी और इसलिए समर्थन खो दिया – हालांकि, यह एक ऐसा दावा जिसे कई मुख्यधारा के यहूदी संगठनों ने खारिज कर दिया है. इस प्रकार, प्रोग्रेसिव धड़ा बुधवार को सीनेट में होने वाले मतदान में मजबूत प्रदर्शन की उम्मीद कर रहा है ताकि यह दिखाया जा सके कि पार्टी को बाइडन के मुकाबले इजरायल पर कड़ा रुख अपनाना चाहिए.
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FIRST PUBLISHED :
November 21, 2024, 16:33 IST