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अयोध्या: श्री राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी महंत सत्येंद्र दास का बुधवार, 12 फरवरी को निधन हो गया। इस मौके पर अयोध्या से समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद का बयान सामने आया है। अवधेश प्रसाद ने कहा कि महाराज जी, प्रभु श्री राम की तपस्या और पूजा सालों से करते आए थे। हम उत्तर प्रदेश सरकार से मांग करेंगे कि उनके नाम पर एक भव्य गेट बनाया जाए। उसी गेट के सामने महाराज जी की एक भव्य मूर्ति लगाई जाए। हमारे अयोध्यावासी और प्रभु श्री राम के लिए उनकी कई सेवाएं रही हैं। मैं प्रभु श्री राम से प्रार्थना करता हूं कि उन्हें अपने चरणों में स्थान दें।
किस बीमारी से पीड़ित थे महंत?
श्री राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी महंत सत्येंद्र दास का बुधवार, 12 फरवरी को निधन हो गया। 87 वर्षीय सत्येंद्र दास की ‘ब्रेन स्ट्रोक’ के कारण तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें लखनऊ के SGPGI में रविवार को भर्ती कराया गया था। उन्हें मधुमेह और हाई ब्लड प्रेशर भी था। अस्पताल की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि अयोध्या राम मंदिर के मुख्य पुजारी श्री सत्येंद्र दास जी ने बुधवार को अंतिम सांस ली। उन्हें 3 फरवरी को स्ट्रोक के कारण गंभीर हालत में न्यूरोलॉजी वार्ड के एचडीयू में भर्ती कराया गया था।
महंत सत्येंद्र दास को गुरुवार दोपहर 12 बजे जल समाधि दी जाएगी। दास का पार्थिव शरीर उनके आवास पर पहुंचा है। लोग दर्शन कर रहे हैं। राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य महंत दिनेन्द्र दास ने भी उनके अंतिम दर्शन किए। सत्येंद्र दास के शिष्यों में शोक की लहर है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महंत के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल X पर पोस्ट कर लिखा है, ''परम रामभक्त, श्री राम जन्मभूमि मंदिर, श्री अयोध्या धाम के मुख्य पुजारी आचार्य श्री सत्येन्द्र कुमार दास जी महाराज का निधन अत्यंत दुःखद एवं आध्यात्मिक जगत की अपूरणीय क्षति है। विनम्र श्रद्धांजलि!''
दास 6 दिसंबर, 1992 को अस्थायी राम मंदिर के पुजारी थे, जब बाबरी मस्जिद को ध्वस्त किया गया था। राम मंदिर के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्य पुजारी दास, जिन्होंने आध्यात्मिक जीवन का विकल्प चुना था, तब उनकी उम्र मात्र 20 वर्ष थी।