बलिया में मिला नकली बेसन
बलिया: बेसन का इस्तेमाल आमतौर पर हर घर के किचन में होता है, लेकिन अगर आप बेसन का प्रयोग कर रहे हैं तो सावधान हो जाइए. बलिया में खाद्य सुरक्षा विभाग की छापेमारी में नकली बेसन का खुलासा हुआ है, जिससे आपकी सेहत पर गंभीर खतरा हो सकता है. कुछ दिनों पहले बलिया में नकली आलू का मामला सामने आया था, और अब मिलावटखोरों ने नकली बेसन बनाकर लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने की नई चाल चल दी है.
सहायक आयुक्त श्रवण कुमार मिश्र ने बताया कि एक सूचना के आधार पर खाद्य सुरक्षा विभाग ने एक बेसन चक्की पर छापा मारा, जहां नकली बेसन तैयार किया जा रहा था. जांच में पता चला कि बेसन बनाने के लिए चने के साथ मटर और रंग के लिए हल्दी का इस्तेमाल किया जा रहा था. यह नकली बेसन पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकता है और स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक साबित हो सकता है. इस छापेमारी में 41 बोरी नकली बेसन, जिसकी कीमत लगभग 65 हजार रुपये है, जब्त की गई.
बिना लाइसेंस फैक्ट्री में मिलावट
बिना लाइसेंस के चल रही इस फैक्ट्री में नकली बेसन बनाकर बाजार में बेचा जा रहा था, जो सीधे तौर पर लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ है. छापेमारी में मिले बेसन और मटर के नमूनों को जांच के लिए भेजा गया है ताकि पुष्टि हो सके कि उसमें कौन-कौन से हानिकारक तत्व मिलाए गए हैं.
कैसे पहचानें असली और नकली बेसन
सुगंध से पहचानें: असली बेसन में एक विशिष्ट सुगंध होती है, जो नकली बेसन में नहीं होती.
स्वाद से जांचें:एक चुटकी बेसन लेकर चखने पर इसका स्वाद अलग महसूस होगा.
हाइड्रोक्लोरिक एसिड का टेस्ट: असली और नकली बेसन की पहचान के लिए हाइड्रोक्लोरिक एसिड की मदद से भी टेस्ट किया जा सकता है.
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
बलिया निवासी रजनीकांत सिंह ने कहा, “कुछ दिनों पहले नकली रंगीन आलू का मामला सामने आया था और अब नकली बेसन का खुलासा होना वाकई चिंता का विषय है. बाजार में सामान खरीदते समय अब ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है ताकि स्वास्थ्य को सुरक्षित रखा जा सके.”
FIRST PUBLISHED :
October 26, 2024, 08:20 IST