नई दिल्ली. 21 नवंबर को अडानी ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों ने सामूहिक रूप से 2.2 लाख करोड़ रुपये की बाजार पूंजी का नुकसान झेला. यह गिरावट अमेरिकी अधिकारियों द्वारा अडानी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों पर सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट्स के लिए 250 मिलियन डॉलर से अधिक की रिश्वत देने के आरोपों के बाद हुई.
इस गिरावट से तो शेयरों में प्रत्यक्ष रूप से निवेशित लोगों को तो नुकसान हुआ ही है, साथ ही वे लोग भी घाटे में रहे हैं जो म्यूचुअल फंड के जरिए इन शेयरों में पैसा लगाए बैठे हैं. बता दें कि भारत में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री ने 31 अक्टूबर 2024 तक अडानी ग्रुप की 10 लिस्टेड कंपनियों में कुल 43,455 करोड़ रुपये का निवेश किया है.
म्यूचुअल फंड्स की होल्डिंग्स का विवरण
अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन म्यूचुअल फंड्स के लिए सबसे बड़ा निवेश आकर्षण रहा, जहां 12,102 करोड़ रुपये का निवेश हुआ. इसमें से 5,308 करोड़ रुपये सक्रिय इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में और बाकी पैसिव फंड्स (जैसे इंडेक्स फंड्स और ईटीएफ) में थे.
अंबुजा सीमेंट्स में म्यूचुअल फंड्स की होल्डिंग्स जुलाई 2024 के मुकाबले बढ़कर 10,689 करोड़ रुपये हो गई, जिसमें से 10,100 करोड़ रुपये सक्रिय फंड्स के माध्यम से निवेशित थे. अडानी एंटरप्राइजेज में निवेश 7,291 करोड़ रुपये से बढ़कर 8,714 करोड़ रुपये हो गया.
SBI फोकस्ड इक्विटी फंड ने अडानी पोर्ट्स में 1,059 करोड़ रुपये का निवेश किया, जो इसकी कुल संपत्ति का 3.03% है.
HDFC मिड-कैप ऑपर्च्युनिटी फंड ने ACC में 1,041 करोड़ रुपये का निवेश किया, जो इसकी संपत्ति का 1.39% है.
Quant म्यूचुअल फंड की तीन स्कीमों ने अडानी पावर में सबसे ज्यादा निवेश किया. Quant स्मॉल कैप फंड ने अडानी एंटरप्राइजेज में 727.47 करोड़ रुपये की होल्डिंग्स दर्ज की.
Quant ELSS Tax Saver Fund का 7.6% एक्सपोजर अडानी पावर में है, जिसकी वैल्यू 835 करोड़ रुपये है.
Mirae Asset Nifty Metal ETF और ICICI Prudential Nifty Metal ETF का 10.58% निवेश अडानी एंटरप्राइजेज में है.
PGIM इंडिया आर्बिट्राज फंड की 6.97% संपत्ति अंबुजा सीमेंट्स में और UTI ट्रांसपोर्टेशन एंड लॉजिस्टिक्स फंड की 5.02% संपत्ति अंबुजा सीमेंट्स में निवेशित है.
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FIRST PUBLISHED :
November 21, 2024, 18:15 IST