इस देश में बढ़ा 'वेश्‍यावृत्ति' का क्रेज, मर्द नहीं, औरतें हैं क्‍लाइंट...

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इस देश में बढ़ा 'वेश्‍यावृत्ति' का क्रेज, मर्द नहीं, औरतें हैं क्‍लाइंट, क्‍या हैं ये सेक्‍शुअल एंटरटेनमेंट कंपन‍ियां

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इस देश में बढ़ा 'वेश्‍यावृत्ति' का क्रेज, मर्द नहीं, औरतें हैं क्‍लाइंट, क्‍या हैं ये सेक्‍शुअल एंटरटेनमेंट कंपन‍ियां

जापान वो देश है, जहां ‘वेश्‍यावृत्ति’ को समाज के ल‍िए एक ‘जरूरी अपराध’ की तरह माना जाता है. जापन में प्रोस्‍टेट्यूशन को केवल पुरुषों की जरूरत के रूप में ही देखा जाता है. पर जब मह‍िलाओं की बात आती है तो इस देश में उनकी सेक्‍शुअल ड‍िजायर को अक्सर स‍िर्फ और स‍िर्फ उनके विवाहित जीवन और मातृत्व के दृष्टिकोण से ही देखा जाता है. लेकिन अब इस देश में महि‍लाओं के ‘सेक्‍शुअल एंटरटेनमेंट’ का क्रेज लगातार बढ़ रहा है. यहां ‘लेस्‍ब‍ियन सेक्‍शुअल एंटरटेनमेंट’ कंपन‍ियां उभर रही हैं, जो लेस्‍ब‍ियन प्रोस्‍ट‍िट्यूशन को बढ़ावा दे रही हैं. दरअसल ये ऐसी एजेंसीस हैं जहां फीमेल सेक्‍स वर्कर फीमेल क्‍लाइंट्स को अपनी सर्व‍िसेज दे रही हैं. जापान में इनकी मांग लगातार बढ़ रही है.

इन जापानी लेस्बियन सेक्सुअल एंटरटेनमेंट कंपन‍ियों को “रेज़ु फूज़ोकू” कहा जाता है. आप अगर इस तरह के कॉन्‍सेप्‍ट को सुनकर हैरान हैं तो आपको बता दें कि जापान में यह पूरी तरह से लीगल है. दुनियाभर के कई देशों में जहां समलैंगि‍क र‍िश्‍ते अपराध माने जाते हैं, वहीं जापान में समलैंगिक यौन संबंधों कभी भी क्राइम की श्रेणी में नहीं रखा गया है. हालांकि 1870 के दशक में थोड़े समय के लि‍ए समलैंगिक र‍िश्‍तों पर प्रतिबंध लगाया था. लेकिन उसके बाद वहां कभी ऐसे र‍िश्‍तों पर कोई कानूनी प्रतिबंध नहीं लगा.

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जापान में समलैंगिक यौन संबंधों कभी भी क्राइम की श्रेणी में नहीं रखा गया है.

The Conversation की र‍िपोर्ट की मानें तो पुरुषों की जरूरत समझे जाने वाले इस ब‍िजनेस में अब मह‍िलाओं को भी सर्व‍िसेज देने की तैयारी हो रही है और कई एजेंस‍ियां इस तरफ काम करती है. जापान में इन सर्व‍िसेज से पहले, ओबो नामक व्यक्ति ने “लेस्बियन गर्ल्स क्लब” नामक एजेंसी भी शुरू की. ओबो पहले वेब डेवेलपर थे, लेकिन वे काम से थककर एक नया व्यवसाय शुरू करना चाहते थे. उनका कहना था, जब मैं एडल्ट एंटरटेनमेंट शॉप्स के लिए वेबसाइट बना रहा था, तो मुझे समझ आया कि पुरुषों के लिए सेवाएं तो बहुत हैं, लेकिन महिलाओं के लिए लगभग कोई सेवा नहीं है.’

जापान में क्‍यों जरूरी बन गई “रेज़ु फूज़ोकू”
ह महिलाओं की यौन इच्छाओं और जरूरतों को सामाजिक रूप से मान्यता देने की एक कोशिश है. अभी तक मह‍िलाएं पुरुषों की जरूरत वाले इस बाजार में सर्व‍िस दे रही थीं. पर अब वो ‘क्‍लाइंट’ बन रही हैं. जहां पुरुषों के लिए सेवाओं का बाजार भरपूर है, वहीं यह महिलाओं के लिए एक नई जगह बनाता है.
“रेज़ु फूज़ोकू” ने जापानी समाज में महिलाओं की यौन इच्छाओं को एक नई पहचान दी है. यह न केवल एक व्यावसायिक क्षेत्र है, बल्कि यह महिला यौनिकता और समानता की दिशा में एक नया कदम है.

Tags: Homosexual Relation, Japan

FIRST PUBLISHED :

November 29, 2024, 16:51 IST

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