प्रयागराज के दारागंज में मौजूद गणेश की प्रतिमा
Prayagraj Famous Ganesh Mandir: प्रयागराज को तीर्थों का राजा कहा जाता है. इसके पीछे प्रमुख कारण केवल प्रयागराज का संगम ही नहीं, बल्कि यहां स्थित अन्य प्रमुख धार्मिक स्थल भी हैं. जो पूरे भारत में केवल प्रयागराज में ही विद्यमान हैं. जैसे कि यहां द्वादश वेणी माधव, प्राचीन नागवासुकी मंदिर, दशवमेघेश्वर मंदिर एवं तीन प्रमुख शक्तिपीठ – आलोक शंकरी देवी, मां ललितेश्वर देवी एवं मां कल्याणी देवी शक्तिपीठ. इसी वजह से प्रयागराज की महिमा का गुणगान होता रहता है. इस महिमा के बीच प्रयागराज में स्थित प्रमुख गणेश मंदिर की कुछ खास विशेषताएं हैं, जो इसे अद्वितीय बनाती हैं.
21 गणेश मंदिरों में से है एक
प्रयागराज में दारागंज के गंगा किनारे स्थित श्री गणेश मंदिर आज भी विद्यमान है. इस मंदिर के पुजारी सुदर्शन अग्रवाल ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि इस मंदिर का उल्लेख ‘कल्याण के गणेश दर्शन’ में मिलता है, जिसमें स्पष्ट रूप से बताया गया है कि पूरे भारत में केवल 21 गणेश मंदिर स्थित हैं, जिनमें से एक प्रयागराज के कमल तीर्थ नगरी में और दशवमेघेश्वर घाट के निकट शिव मंदिर के समीप स्थित है.
यह भी उल्लेखित है कि इस मंदिर की स्थापना आदिकाल में हुई थी और यह चार युगों से मौजूद है. उन्होंने यह भी बताया कि मंदिर में आने वाले श्रद्धालु गणेश भगवान की कृपा से अपनी मनोकामनाएं पूर्ण मानते हैं, इसलिए सुबह और शाम यहां सैकड़ों लोग दर्शन के लिए आते हैं.
इसे भी पढ़ें – संतान प्राप्ति के लिए प्रसिद्ध है ये मंदिर, बस 41 दिन तक करें उपाय, इस चीज का लगाया जाता है भोग
इस मंदिर में हैं दो गुंबद
अमूमन हिंदू धर्म के मंदिरों के ऊपर एक ही गुंबद देखने को मिलता है, लेकिन प्रयागराज के दारागंज में स्थित इस गणेश मंदिर के ऊपर दो गुंबद हैं. इसे लेकर सुदर्शन अग्रवाल ने बताया कि गंगा के समीप स्थित होने और बाढ़ जैसी आपदाओं से बचने के कारण इस मंदिर के ऊपर एक और गुंबद बनाया गया था, ताकि मंदिर के डूब जाने के बाद भी आने वाले भक्त मंदिर का दर्शन कर सकें.
दर्शन का समय
इस मंदिर में दर्शन करने के लिए भक्तों को सुबह 5:00 बजे से लेकर दिन में 12:00 बजे तक और फिर शाम को 3:00 बजे से लेकर रात 9:00 बजे तक आना होता है. इन समयों के बीच मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं.
Tags: Hindu Temple, Local18
FIRST PUBLISHED :
October 23, 2024, 17:32 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.