जब बारिश का मौसम आता है, तो अपने साथ सर्दी, बुखार, सिरदर्द और छींक जैसी बीमारियाँ भी लाता है. आयुर्वेदिक डॉक्टर देवी के अनुसार, इन समस्याओं से बचने के लिए हमें अपने आहार पर विशेष ध्यान देना चाहिए. स्वस्थ भोजन, फल, सब्जियाँ और सूप का सेवन हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है.
गर्म पानी का महत्व
बरसात के मौसम में हमेशा गर्म पानी पीने की सलाह दी जाती है. नहाने के लिए भी हल्के गर्म पानी का इस्तेमाल करें. असुरक्षित पेयजल का सेवन पीलिया जैसी बीमारियों को जन्म दे सकता है. डॉक्टरों का मानना है कि गर्म उबला हुआ पानी पीने से हैजा और दस्त पैदा करने वाले कीटाणुओं से बचा जा सकता है.
बाहर जाते समय सुरक्षा का ध्यान
बारिश और ठंडी हवाओं के दौरान बाहर निकलते समय चेहरे और कानों को अच्छी तरह ढककर रखना चाहिए. गीले सिर से होने वाली समस्याओं से बचने के लिए सिर को धोने के बाद “रसनाथी सुरनम” पाउडर लगाना फायदेमंद हो सकता है. यह सिर दर्द और वॉटर रिटेंशन जैसी समस्याओं से बचाव करता है.
गरारे और विटामिन का सेवन
रात को सोने से पहले हल्के गर्म पानी में नमक और हल्दी डालकर गरारे करना चाहिए. बरसात के दिनों में विटामिन ए और विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन अधिक करना चाहिए. आहार में खट्टे फलों और खाद्य पदार्थों को शामिल करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है.
बच्चों का खास ख्याल
स्कूली बच्चों को बारिश से भीगने पर तुरंत कपड़े बदलवा दें. इसके बाद, उन्हें गाय के गुनगुने दूध में हल्दी और ताड़ के पत्ते मिलाकर पिलाना चाहिए. बच्चों को गरम और ताजे भोजन देने से उनकी सेहत पर सकारात्मक असर पड़ता है. धनिया, पुदीना, काली मिर्च का रसम और इलायची वाली चाय जैसे पेय पदार्थ बच्चों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं.
आयुर्वेदिक उपाय
डॉक्टर देवी का सुझाव है कि बरसात के दिनों में सिंधी सूरनम और अश्वगंधा सूरनम का नियमित उपयोग करना लाभकारी हो सकता है. ये उपाय न केवल मौसमी बीमारियों से बचाते हैं बल्कि शरीर को ऊर्जावान भी बनाते हैं.
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FIRST PUBLISHED :
November 29, 2024, 22:02 IST