दुनिया में दो अंतरिक्ष एजेंसियां बीते कुछ समय से चर्चा के केंद्र में हैं। पहली अमेरिकी उद्योगपति एलन मस्क की स्पेस-एक्स और दूसरी भारत की इसरो। दोनों एजेंसियों ने ही बीते कुछ समय से सफलता के नए आयाम गढ़े हैं। वहीं, अब इसरो और स्पेस-एक्स एक मिशन के लिए साथ आए हैं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अपने सबसे एडवांस संचार सैटेलाइट को स्पेसएक्स के फाल्कन 9 रॉकेट की मदद से सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में लॉन्च किया है। आइए जानते हैं इस लॉन्च के बारे में खास बातें।
क्या है सैटेलाइट की खासियत?
स्पेसएक्स ने भारत के जिस सैटेलाइट को लॉन्च किया है उसे GSAT N-2 या फिर GSAT 20 के नाम से भी जाना जाता है। इस कमर्शियल सैटेलाइट का वजन 4,700 किलोग्राम है और इसे दूरदराज के क्षेत्रों में ब्रॉडबैंड सेवाएं, साथ ही यात्री विमानों के लिए उड़ान के दौरान इंटरनेट प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है। इस सैटेलाइट को अमेरिका में फ्लोरिडा के केप कैनावेरल में स्थित लॉन्च कॉम्प्लेक्स से अंतरिक्ष में भेजा गया। केप कैनावेरल को स्पेसएक्स ने यूएस स्पेस फोर्स ले लीज पर लिया है।