एमपी का ऐसा महाविद्यालय, जहां बच्चों को दी जाती है संत बनने की शिक्षा

5 days ago 2

News18 हिंदी - Hindi Newsमध्य प्रदेश

एमपी का ऐसा महाविद्यालय, जहां बच्चों को दी जाती है संत बनने की शिक्षा, देश-विदेश से आते हैं छात्र

bell-iconcloseButton

DISCOVER

TEXT SIZE

SmallMediumLarge

SHARE

X

महाविद्यालय

महाविद्यालय में शिक्षा ग्रहण करते विद्यार्थी 

Burhanpur News: मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में देश का एक मात्र बीजक महाविद्यालय, जहां देश विदेश बच्चे पढ़ाई के लिए आते है ...अधिक पढ़ें

  • Editor picture

बुरहानपुर. मध्य प्रदेश में आज भी कई ऐसे महाविद्यालय है कि जो पूरे देश-विदेश में अपनी छाप रखता हैं. मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के नागझिरी क्षेत्र में भी एक बीजक महाविद्यालय है. यह देश का एकमात्र महाविद्यालय है, यहां पर देश-विदेश के विद्यार्थी पढ़ाई करने के लिए आते हैं. अभी भी करीब 10 विद्यार्थी यहां पर पढ़ाई कर रहे हैं. यहां 3 साल का बीजक का कोर्स होता है, उन लोगों को यहां पर एडमिशन दिए जाते हैं, जो अपने परिवारों को त्याग कर यहां पर पढ़ाई करने के लिए पहुंचते हैं. 3 साल की पढ़ाई पूरी होने के बाद यह सभी विद्यार्थी महात्मा बन जाते हैं और जो समाज में जन जागरण का काम करते हैं.

महाविद्यालय के कोषाध्यक्ष ने दी जानकारी
लोकल 18 की टीम ने जब महाविद्यालय के कोषाध्यक्ष दानवीर दास से बात की तो उन्होंने बताया कि यह देश का एकमात्र बीजक महाविद्यालय है, जो बुरहानपुर जिले में स्थित है. और यही से पूरे देश विदेश के विद्यार्थी पढ़ाई करते हैं. यहां पर उन लोगों को एडमिशन दिया जाता है जो अपने परिवार को छोड़कर आते हैं. यह कोर्स 3 वर्ष का होता है यहां पर 3 साल में करीब 10 से अधिक विद्यार्थी एडमिशन लेते हैं. एडमिशन लेने के बाद पढ़ाई पूरी होने पर वह महात्मा बन जाते हैं. और समाज में जन जागरण का काम करते हैं.

बिना पढ़े लिखे लोगों को भी मिलता है एडमिशन 
इस बीजक महाविद्यालय में बिना पढ़े-लिखे लोगों को भी एडमिशन मिलता है जो लोग बिना पढ़े लिखे होते हैं उन्हें सबसे पहले अक्षर का ज्ञान दिया जाता है. जिसके बाद बीजक की पढ़ाई कराई जाती है. बीजक की पढ़ाई पूरी होने के बाद उन्हें महात्मा बना दिया जाता है और यह महात्मा मंदिरों में धर्म जागरण और समाज जागरण का काम करते हैं. अभी तक इस महाविद्यालय से करीब डेढ़ सौ से अधिक महात्मा शिक्षा ग्रहण कर चुके हैं. यह महा विद्यालय करीब 300 साल पुराना बताया जाता है. यहां पर एडमिशन लेने के लिए कोई उम्र का बंधन नहीं होता है.

Editor- Anuj Singh

Tags: Latest hindi news, Local18, Madhya pradesh news

FIRST PUBLISHED :

November 18, 2024, 10:37 IST

*** Disclaimer: This Article is auto-aggregated by a Rss Api Program and has not been created or edited by Nandigram Times

(Note: This is an unedited and auto-generated story from Syndicated News Rss Api. News.nandigramtimes.com Staff may not have modified or edited the content body.

Please visit the Source Website that deserves the credit and responsibility for creating this content.)

Watch Live | Source Article