चूरू. चूरू में प्राइवेट बसों की लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है. यहां डीटीओ इंस्पेक्टर ने एक बस को चैक किया तो पता चला कि उसे कबाड़ी से खरीदकर चलाया जा रहा है. यह बस बिना किसी टैक्स और परमिट के एक जुगाड़ के रूप में यात्रियों को भरकर बीते दो तीन साल से सड़क पर बेखौफ दौड़ रही थी. बस का चालक इसे लेकर कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रहा है. डीटीओ इंस्पेक्टर ने बस को सीज कर दिया है. वे इस मामले की पूरी जांच पड़ताल में जुटे हैं.
चूरू डीटीओ इंस्पेक्टर रोबिन सिंह ने बताया कि राजगढ़ बस स्टैंड पर गुरुवार को प्राइवेट बसों की जांच की जा रही थी. इस दौरान तीन चार बसों में गड़बड़ी पाए जाने पर उनका चालान भी किया गया. इसके अलावा बस स्टैंड पर एक अन्य बस को जब चेक किया गया तो उसका ड्राइवर नहीं मिला. टीम ने बस के चेचीस नंबर चेक किया. इस पर चेचीस नंबर और गाड़ी नंबर दोनों का मिलान नहीं हुआ. इस पर टीम को इस बस को लेकर शक हो गया.
बस के चेचीस पर नंबर खुदे हुए थे
बाद में टीम ने बस नंबर के आधार पर उसके मालिक को फोन कर इस बारे में पूछताछ की. बस मालिक ने बताया कि उन्होंने इस बस को कबाड़ी को बेच दिया था. उसके बाद पता नहीं उसे कौन यूज कर रहा है. बस के चेचीस पर नंबर खुदे हुए थे. वे फर्जी लग रहे थे. बस ड्राइवर से जब इस बारे में पूछताछ की तो वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया. इस पर बस को सीज कर पुलिस थाने में खड़ा करवाया गया है. बस के पुराने मालिक ने स्थिति साफ कर दी कि उसने इस बस को कबाड़ी को बेच दिया था. उसकी बस नंबर का दुरुपयोग किया जा रहा है.
यह यात्रियों की जान के साथ खिलवाड़ है
रोबिन सिंह ने बताया कि इस केस में रजिस्ट्रेशन के प्रावधान और मानकों का उल्लंघन भी किया गया है. बस चोरी की भी हो सकती है. इसकी जांच नहीं हो पाई है. परिवहन विभाग की टीम बस को लेकर उसके पुराने कागजात खंगाल रही है. इसके साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि यह बस दो-तीन बरसों से सवारियां लेकर सड़क पर कैसे दौड़ रही थी? इसमें किसकी मिलीभगत थी. पूरा मामला शक के घेरे में है. यह यात्रियों की जान के साथ खिलवाड़ है.
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FIRST PUBLISHED :
November 29, 2024, 10:42 IST