तारा ठाकुर
चंडीगढ़/शिमला. हिमाचल प्रदेश के कालका शिमला हेरिटेज ट्रैक पर रेलवे पैनोरमिक कोच चलाना चाहता है. इसलिए लगातार ट्रायल किए जा रहे हैं. शुक्रवार को मुख्य रेल सरंक्षा आयुक्त ने कालका रेलवे स्ट्रेन पर इस योजना का जायजा लिया. साथ ही पैनोरमिक कोचों का भी परीक्षण किया.अहम बात है कि इस सविधा के बाद टूरिस्ट को 360 डिग्री नजारा देखने को मिलेगा.
जानकारी के अनुसार, मुख्य रेल सरंक्षा आयुक्त जनक कुमार गर्ग ने हरियाणा के कालका में रेलवे वर्कशॉप का दौरा किया. इसके अलावा, यहां पर रेलवे स्टेशन में मौजूद पैनोरमिक कोचों की भी जांच पड़ताल की. इस दौरान आयुक्त ने पैनोरमिक कोचों के सभी ट्रायल्स के बारे में जानकारी ली. बाद में वह करीब दो बजे पैनोरमिक कोच वाली ट्रेन में सवार होकर शिमला रवाना हुए.
पैनोरमिक ट्रेन से हुए रवाना
दरअसल, इस 100 साल पुराने हैरिटेज ट्रैक पर कालका रेलवे स्टेशन पर नैरोगेज लाइन पर ट्रायल होना है और शुक्रवार को सात कोचों वाली पैनोरमिक ट्रेन यहां पहुंची थी. इस ट्रेन में 3 जीएससी, एक फर्स्ट एसी चेयरकार, दो एसी चेयर कार एवं एक गार्ड कोच लगा है और इसमें जरनेटर भी है.
मुख्य रेल सरंक्षा आयुक्त जनक कुमार गर्ग रेलवे अधिकारीयों के साथ फर्स्ट एसी चेयरकार वाले कोच में सवार होकर शिमला के लिए रवाना हुए. गौरतलब है कि विश्व धरोहर में शामिल कालका-शिमला रेलमार्ग पर पैनोरमिक कोचों के ट्रायल जारी है. बीते सोमवार को रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला से तीन पैनोरमिक कोच कालका रेलवे स्टेशन पहुंचे थे.
कालका में अफसर शिमला के लिए रवाना हुए.
ब्रेकिंग सिस्टम को लेकर किया जा चुका है ट्रायल
सूत्रो की मानें तो रेलवे प्रशासन जल्द से जल्द कालका-शिमला रेलमार्ग पर पैनोरमिक कोचों वाली ट्रेन चलाना चाहता है. पिछले वर्ष से पैनोरमिक कोच के ट्रायल किए जा रहे हैं. इस कड़ी में सबसे पहले दो खाली कोच का ट्रायल किया गया था, जिसमें सीटें नहीं थी. उस समय मात्र ढांचे को कालका-शिमला रेल सेक्शन पर चलाया गया था, जिनका ट्रायल सफल रहा था. इसके बाद भार के साथ पैनोरमिक कोचों का ट्रायल किया गया। उसकी सफलता के बाद सारी सुविधाओं से युक्त कंप्लीट कोचों का ट्रायल किया गया. जो सफल रहा. इस दौरान पैनोरमिक कोचों की स्पीड और आपात ब्रेकिंग सिस्टम के संबंध में ट्रायल हुए हैं.
हिमाचल प्रदेश से शिमला में ट्रेन के जरिये बड़ी संख्या में सैलानी आते हैं.
अंबाला मंडल के सीनियर डीसीएम नवीन कुमार ने बताया कि इंडियन रेलवे में जब भी कोई नया रोलिंग स्टॉक कमीशन होता है, तो उसकी वैधानिक रिक्वायरमेंट है कि उसकी फाइनल क्लीयरेंस चीफ कमीशन ऑफ रेलवे सेफ्टी से होती है. नैरोगेज के लिए यह पैनोरमिक कोच तैयार किए गए हैं, जिनके पहले भी कई ट्रायल हो चुके है.
Tags: AC Trains, Indian Railways, Local Trains
FIRST PUBLISHED :
November 23, 2024, 14:25 IST