Seed Drill Machine: रबी फसल के मौसम में किसान गेहूं की खेती करते हैं. इस समय नवंबर माह में किसान गेहूं की बुवाई कर रहे हैं. आधुनिक समय में अब किसान गेहूं की बुवाई हाथों से नहीं सीड ड्रिल मशीन से कर रहे हैं. सीड ड्रिल मशीन में खाद-बीज रखकर ट्रैक्टर से गेहूं बुवाई की जाती है. सीड ड्रिल मशीन से बुवाई करने से खाद और बीज दोनों की खपत कम होती है. मशीन से बीजों को पंक्तियों में बोया जाता है. इससे पौधों को मिट्टी से पर्याप्त धूप और पोषक तत्व मिलते हैं. इसीलिए किसान अब गेहूं की बुवाई मशीनों के द्वारा कर रहे हैं, जिससे गेहूं की पैदावार अधिक होती है.
इस मशीन से खूब होगी पैदावार
लखीमपुर जनपद के रहने वाले वाले किसान राममूर्ति ने जानकारी देते हुए बताया कि पहली बार गेहूं की बुवाई अपने हाथों से करते थे, जिससे बीज की खपत अधिक होती थी. परंतु हम बीते 3 वर्षों से गेहूं की बुवाई सीड ड्रिल मशीन से कर रहे हैं, जिससे बीज की खपत भी कम होती है और मशीन से बुवाई की जाने वाली गेहूं की फसल में पैदावार अधिक होती है.
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रबी सीजन में उगाए जाने वाली प्रमुख फसलों में से एक गेंहू भी है. इसकी खेती के लिए अक्टूबर के दूसरे पखवाड़े से नवंबर तक का समय सबसे उपयुक्त माना जाता है. ऐसे में किसान गेंहू की फसल से अच्छी गुणवत्ता और उपज प्राप्त करने के लिए इसकी उन्नत किस्मों का चयन भी करते हैं. इससे उनकी पैदावार अधिक हो किसान राममूर्ति ने जानकारी देते हुए बताया कि वह तीन एकड़ में इस समय गेहूं की खेती कर रहे हैं. 2967 गेहूं की प्रजाति की बुवाई करते आ रहे हैं.
गेंहूं की इस किस्म की करते हैं बुवाई
गेहूं की एचडी 2967 किस्म बुवाई के लगभग 127 से 160 दिनों के बाद (औसत 143 दिन) में फसल की कटाई के लिए तैयार हो जाती है. गेहूं की इस उन्नत किस्म एचडी 2967 की खेती से लगभग प्रति एकड़ 16.4 क्विंटल से 26.4 क्विंटल तक उपज प्राप्त कर सकते हैं. इस उन्नत किस्म की औसतन उपज प्रति एकड़ 20.4 क्विंटल तक रहती है. इसलिए किसान गेहूं की बुवाई मशीनों के द्वारा करते हैं, जिससे पैदावार भी अधिक हो और उनकी आय में मुनाफा हो.
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FIRST PUBLISHED :
November 19, 2024, 12:00 IST