झांसी. बुंदेलखंड विश्वविद्यालय का 29वां दीक्षांत समारोह आज आयोजित किया गया. इसमें प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी शिरकत की. गौरतलब है कि यूनिवर्सिटी का यह दीक्षांत समारोह पर्यावरण संरक्षण एवं सामाजिक सरोकार थीम पर आयोजित किया गया. दीक्षांत समारोह में एमएससी कृषि (अर्थशास्त्र) की छात्रा निमरा खान को स्वर्ण पदक दिया गया. इसके अलावा 16 छात्रों को रजत और 19 छात्रों को कांस्य पदक दिए गए. जबकि 110 शोध उपाधियां प्रदान की गई.
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के 29 वें दीक्षांत समारोह में छात्राओं का बोलबाला रहा. सर्वाधिक पदक छात्राओं ने नाम रहे. उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और विश्वविद्यालय की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल द्वारा छात्रों को पदक दिए गए. कुलाधिपति स्वर्ण पदक विश्वविद्यालय की एग्रीकल्चर इकोनॉमी की छात्रा निमरा खान को मिला. पदक प्राप्त करने के बाद नीमरा खान ने लोकल 18 से खास बातचीत में अपने अनुभव साझा किया.
सपने की तरह है स्वर्ण पदक मिलना
निमरा खान को कुलाधिपति स्वर्ण पदक के साथ ही दो कुलाधिपति रजत पदक और एक विन्यासीकृत पदक भी प्रदान किया गया. निमरा खान ने बताया कि आज उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है. यह उनके लिए गर्व से भरा पल है. उन्होंने कहा कि अगर आप एकाग्र होकर नियमित पढ़ाई करें तो सफलता जरुर मिलेगी. अपनी नाकामयाबी से भी सीखते रहिए. उन्होंने कहा कि भारत में 75 फीसदी से अधिक आबादी कृषि पर निर्भर है. वह कृषि उत्पाद को बढ़ावा देने और उसकी अच्छी मार्केटिंग के लिए योजना बनाने पर काम करना चाहती हैं.
क्या है निमरा खान का सपना ?
निमरा खान ने कहा कि आज किसान इसलिए परेशान है क्योंकि की उनके पास सही मार्केटिंग का तरीका नहीं है. निमरा खान के पिता डॉक्टर हैं. झांसी शहर में ओरछा गेट के पास उनका क्लीनिक है. उन्होंने कहा कि बेटी को स्वर्ण पदक मिलना एक सपने के पूरा होना जैसा है. वह अपनी बेटी को पीएचडी करते हुए देखना चाहते हैं. पिता-पुत्री का यह सपना है कि वह एक स्टार्टअप शुरु करें. यह स्टार्टअप किसानों को उनके उत्पाद की मार्केटिंग के बारे में सिखाएगा.
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FIRST PUBLISHED :
October 23, 2024, 17:43 IST