नई दिल्ली. दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल अब गरजने के साथ-साथ बरसने भी लगे हैं. दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आते ही केजरीवाल ने बीजेपी पर जोरदार हमला शुरू कर दिया है. जिस केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के निशाने पर पहले दिल्ली के एलजी हुआ करते थे. उसी केजरीवाल ने विधानसभा की सुगबुगाहट शुरू होते ही अपना फायरिंग रेंज की दिशा बीजेपी के बड़े नेता की तरफ मोड़ दिया है. केजरीवाल अब देश के गृह मंत्री अमित शाह और पीएम मोदी को निशाना बना कर खूब हमला बोल रहे हैं. शुक्रवार को भी दिल्ली विधानसभा के आखिरी सत्र में केजरीवाल ने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर तिहाड़ जेल जाने की सारी भड़ास निकाल दी.
केजरीवाल ने दिल्ली की कानून व्यवस्था के सवाल पर गृह मंत्री अमित शाह पर जमकर हमला बोला. केजरीवाल ने बात शुरू की थी दिल्ली की कानून व्यवस्था से और पहुंच गए बांग्लादेशी घुसपैठिये, लॉरेंस बिश्नोई और बांग्लादेश में गिरफ्तार किए गए संत चिन्मय कृष्ण दास की रिहाई पर. दिल्ली विधानसभा चुनाव के रंग में रंगे अरविंद केजरीवाल अचानक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर हमलावर क्यों हो गए हैं? क्या दिल्ली की कानून व्यवस्था काफी बिगड़ गई है?
अरविंद केजरीवाल क्यों केंद्र पर कर रहे हैं जोरदार हमला?
दिल्ली की कानून व्यवस्था पर अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘आज से 10 साल से पहले दिल्ली के लोगों ने हमें दिल्ली को सुधारने की जिम्मेदारी दी थी. हमने अस्पताल बनाए, बिजली व्यवस्था ठीक की, पानी की आपू्र्ति ठीक की, स्कूल और सड़कें सुधार दी. क्योंकि, दिल्लीवालों की आधी जिम्मेदारी केंद्र सरकार पर भी है. दिल्ली की जनता ने बीजेपी की केंद्र सरकार को भी जिम्मेदारी दी थी कि वह दिल्लीवालों की सुरक्षा व्यवस्था करे. ऐसे में केंद्र सरकार के गृह मंत्री अमित शाह की सीधे-सीधे जिम्मेदारी बनती है कि वह दिल्लीवालों को सुरक्षा दें. लेकिन, जब से अमित शाह देश के गृह मंत्री बने हैं दिल्ली की कानून व्यवस्था बिगड़ गई है. खुलेआम मोबाइल फोन छीने जा रहे हैं. खुलेआम शूटआउट हो रहा है. महिलाओं के साथ बलात्कार कर मर्डर कर दिया जाता है.’
दिल्ली विधानसभा चुनाव में ‘आप’ का नया हथियार
केजरीवाल विधानसभा में पूरी तैयारी के साथ आए थे. केजरीवाल अपने साथ अखबारों की कटिंग भी लेकर आए थे. केजरीवाल ने साबित करने का प्रयास किया कि दिल्ली की कानून व्यवस्था काफी बिगड़ गई है. केजरीवाल ने अमित शाह पर कई तरह के आरोप भी लगाए. लेकिन, केजरीवाल की बातों से साफ झलक रहा था कि वह शराब घोटाले के आरोपी बनकर जब से तिहाड़ से लौटे हैं पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर भड़ास उतार रहे हैं. क्योंकि, केजरीवाल के सामने दिल्ली का चुनाव है. ऐसे में वह पूरी कोशिश कर रहे हैं कि इसको मुद्दा बनाकर भुनाया जाए. खासकर महिला वोटर्स को अपने पाले में किया जाए.
तिहाड़ से वापस आने का तो साइड इफेक्ट्स नहीं?
अरविंद कजेरीवाल 26 नवंबर को पार्टी की स्थापना दिवस के मौके पर भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर जोरदार हमला बोला था. केजरीवाल ने तब कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था, ‘कई बार यह बोला गया कि अब तो आम आदमी पार्टी खत्म होने वाली है. अब तो आम आदमी पार्टी वेंटिलेटर पर है. देखिए इसके बावजूद पार्टी जिंदा है.’ केजरीवाल ने स्थापना दिवस कार्यक्रम में अमित शाह को विशेषतौर पर निशाने पर लिया था.
कुलमिलाकर अरविंद केजरीवाल कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाकर बीजेपी को घेरना चाहते हैं. केजरीवाल की बातों से लगता है कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के इस्लामाबाद से भी ज्यादा दिल्ली की स्थिति खराब हो गई है. जबकि, ऐसा कुछ नजर नहीं आ रहा है. इसलिए कानून व्यवस्था को ‘आप’ हथियार बनाकर दिल्ली बीजेपी को घेरने के बजाए बीजेपी के बड़े नेता को घेरा जा रहा है. दिल्ली में गैंगस्टरों का पुराना इतिहास रहा है. यह दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के रिकॉर्ड़ से भी पता चलता है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल अबतक ऐसे कितने गैंगस्टर को ठिकाने भी लगा चुकी है. लेकिन, केजरीवाल इस वक्त यह मुद्दा इसलिए जोर-शोर से उठा रहे हैं कि क्योंकि दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने वाला है.
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FIRST PUBLISHED :
November 29, 2024, 21:01 IST