नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले अशोक गहलोत पर अब गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं। आम आदमी पार्टी का कहना है कि ईडी-सीबीआई जैसी एजेंसियों से उन्हें डराया गया। वहीं अब अशोक गहलोत ने खुद इसपर बयान दिया है। भाजपा नेता कैलाश गहलोत ने ईडी-सीबीआई को लेकर पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, "2018 में मेरे आवास पर आयकर की तलाशी हुई थी, लेकिन मैं डरा नहीं। उस समय भी दबाव रहा होगा। CBI ने मुझसे पूछताछ की और मुझे जितनी बार बुलाया गया, मैं उनके सामने पेश हुआ। मैंने उनके सभी सवालों के जवाब दिए। तो, उस समय भी डर रहा होगा।"
डर किस बात का
अशोक गहलोत ने आगे कहा, "मेरी ED-CBI पूछताछ के बारे में किसी को नहीं पता, मेरा मानना है कि हर बात प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताना या हर छोटी बात पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करना जरूरी नहीं है। जब ED ने मुझे समन भेजा तो मैं उनके सामने पेश हुआ। मैंने उनके सवालों के जवाब दिए और हर संभव तरीके से सहयोग किया। तो, उस समय भी डर रहा होगा। अभी कोई समन लंबित नहीं है। अभी कोई पूछताछ लंबित नहीं है। तो, यह डर किस बात का है। कल भी मैंने कहा था कि मैंने कभी डर या दबाव में काम नहीं किया और मुझ पर कोई दबाव नहीं है।"
एक व्यक्ति द्वारा नहीं बनाई जाती पार्टी
वहीं आम आदमी पार्टी छोड़ने के फैसले पर अशोक गहलोत ने कहा, "मैंने अपने पत्र में (आप छोड़ने का) मुख्य कारण विस्तार से बताया है। मुख्य मुद्दे वही हैं। मैंने कल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मैं उन कार्यकर्ताओं में से एक हूं जो एक विचारधारा से जुड़े। मेरे जैसे लाखों लोग हैं। मेरा मानना है कि पार्टी कभी भी सिर्फ एक व्यक्ति द्वारा नहीं बनाई जाती है। यह असंभव है। जब लाखों-करोड़ों लोग एक पार्टी में शामिल होते हैं और एक आम लोगों के लिए एकजुट होते हैं, तो वे आम आदमी पार्टी (आप) की विचारधाराओं, मूल्यों और सिद्धांतों से जुड़ते हैं, लेकिन यह कमजोर होता हुआ दिखाई देता है। कमजोर होना रातोंरात नहीं होता है, यह समय के साथ होता है। जब मुझे लगा तो मैंने पार्टी छोड़ दी है।"
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