खंडवा: मध्य प्रदेश के खंडवा में मशाल मार्च के दौरान बड़ा हादसा होने से बचा. हालांकि, लोगों की किस्मत अच्छी रही, नहीं तो जैसी आग भड़की थी, उसे देखकर तो लोगों का कलेजा मुंह को आ गया. दरअसल, खंडवा में 13 साल पहले हुए तिहरे हत्याकांड की बरसी के मौके पर आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ा मशाल मार्च निकाला गया. इस दौरान घंटाघर चौक पर मशाल जुलूस में एक हादसा हो गया.
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो मशाल जुलूस खत्म होने के बाद सभी लोग अपनी मशालों की आग बुझा रहे थे, तब कुछ लोगों ने जलती मशालें एक कंटेनर में बुझाने की कोशिश की. इस वजह से अचानक बहुत तेजी से आग का भपका निकला. वहां मौजूद सोमनाथ काले ने बताया कि मशाल मार्च को देखने के लिए मैं और मेरा मित्र घंटाघर के पास खड़े थे. मार्च शांतिपूर्वक निकला. उसके बाद मशाल बुझाने के लिए कंटेनर रखे हुए थे, मशाल बुझानी थी.
इस वजह से फैली आग…
प्रत्यक्षदर्शी ने आगे बताया, कंटेनर में पानी भरा था. पहले तो एक-एक मशाल को लोग बुझा रहे थे, लेकिन फिर अचानक एक साथ सभी ने उसमें मशाल बुझाने की कोशिश की. इसकी वजह से अचानक भपका निकला और आग फैल गई. कुछ लोग उसकी चपेट में आ गए. हालांकि किसी को ज्यादा गंभीर चोट नहीं आई.
मशाल में क्या था? जांच हो
वहीं, शनि मंदिर वार्ड के पार्षद अनिल वर्मा बाबा ने बताया कि मेरे वार्ड के 10 से 12 लोग इस आग में झुलसे हैं. कोई 30 परसेंट तो कोई 20%, कुछ 5 से 10 पर्सेंट तक जले हैं. अब यह जांच का विषय है कि मशाल के अंदर क्या था. पूरे शहर में प्रशासन के कैमरे लगे हैं. इसकी जांच जरूर होनी चाहिए, जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो.
12 लोग गंभीर
बता दें कि घायलों में पुरुषों के साथ महिला और बच्चे भी शामिल हैं. सभी को इलाज के लिए तत्काल जिला अस्पताल भेजा गया, जहां मामूली रूप से घायल करीब 18 लोगों को छुट्टी दे दी गई. वहीं, 12 लोग अब भी इलाज करवा रहे हैं. गनीमत रही कि समय रहते प्रशासन ने बड़ी घटना से बचा लिया. माना जा रहा है कि अगर आग और विकराल रूप लेती तो कई लोग आग की चपेट में आ जाते.
FIRST PUBLISHED :
November 29, 2024, 19:37 IST