Last Updated:January 31, 2025, 10:31 IST
Goddess Tara Maa Sadhna : मां तारा की साधना से धन-समृद्धि प्राप्त होती है. भगवान बुद्ध, वशिष्ठ और रावण ने भी मां तारा की उपासना की थी. साधना शुक्रवार से शुरू कर 21 दिन तक करें. गुलाबी वस्त्र और आसान का उपयोग कर...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- मां तारा की साधना से धन-समृद्धि प्राप्त होती है.
- साधना शुक्रवार से शुरू कर 21 दिन तक करें.
- गुलाबी वस्त्र और आसान का उपयोग करें.
Goddess Tara Maa Sadhna : आज के इस भौतिक युग में एक बात सबसे बड़ा सत्य है कि जिस व्यक्ति के पास इस संसार में धन होगा वही व्यक्ति सर्वश्रेष्ठ माना जाएगा. धनवान व्यक्ति संसार में जो भी वस्तु को चाहता है प्राप्त कर लेता है दूसरी तरफ धनहीन व्यक्ति उनकी अभिलाष लेकर के ही रह जाता है. अक्सर लोग बहुत कड़ी मेहनत करके भी उस स्तर पर धन नहीं कमा पाते हैं जितनी उन्हें आवश्यकता होती है. ज्योतिष शास्त्र में कुछ ऐसे उपाय बताए गए हैं जिन्हें करने से हमारे धन से संबंधित कष्ट दूर हो जाएंगे. इन उपायों में एक मां तारा की साधना है. मां तारा की साधना से आपको प्रचुर मात्रा में धन-धन और संपदा प्राप्त होती है.गुप्त नवरात्रि में यह साधना बहुत शुभ फलदायी है. एवं जीवन खुशहाल हो जाता है. आईए जानते हैं कैसे करें मां तारा की साधना.
भगवान बुद्ध ने की मां तारा की साधना : मान्यता के अनुसार भगवान बुद्ध ने भी मां तारा की उपासना की थी. भगवान बुद्ध के अलावा भगवान श्री राम की गुरु पूज्य वशिष्ठ जी ने भी मां तारा की आराधना की थी. कहा जाता है कि प्रकांड विद्वान रावण एवं महादेव भी मां तारा की शरण में गए थे.
प्रचुर धन की होगी प्राप्ति : मां तारा की साधना यदि पूर्ण श्रद्धा एवं निष्ठा से की जाए तो आपको धन से संबंधित सभी प्रकार की समस्या दूर होगी एवं सभी दिव्य शक्ति प्राप्त होगी. आपके जीवन में धन की कोई कमी नहीं होगी.
मां तारा की साधना विधि : मां तारा के मंत्र का जब किसी भी शुक्रवार से आरंभ किया जा सकता है. इस जब के दौरान गुलाबी आसान और वस्त्र होने चाहिए. सबसे पहले गौरी-गणेश का पूजन और अंत में भोलेनाथ का पूजन किया जाता है. रात्रि में 10:00 से इस साधना को प्रारंभ किया जाता है. लगातार 21 दिन तक यह साधना चलती है.
मां तारा की साधना का तरीका: मां तारा की पूजा करने के लिए, चौकी पर गंगाजल छिड़ककर उसे शुद्ध करें. चौकी पर गुलाबी रंग का कपड़ा बिछाएं और गुलाब के फूल रखें. तारा यंत्र स्थापित करें और उसके चारों ओर चावल की ढेरियां बनाएं. चावल की ढेरियों पर लौंग रखें. तारा यंत्र के सामने घी का दीपक जलाएं. मंत्र जाप करें. मां तारा की कथा सुनें.
मां तारा की साधना से जुड़ी कुछ और बातें: मां तारा की पूजा हमेशा रात के समय करनी चाहिए. मां तारा की पूजा हमेशा एकांत में करनी चाहिए. मां तारा को नीले रंग के वस्त्र और पुष्प अर्पित करें. मां तारा को आम का फल प्रसाद के रूप में चढ़ाएं.
मां तारा के बारे में कुछ और बातें: मां तारा को धन और ऐश्वर्य की देवी माना जाता है. मां तारा, दस महाविद्याओं में से दूसरी महाविद्या हैं. मां तारा, पार्वती का स्वरूप हैं. मां तारा की पूजा हिंदू धर्म के अलावा बौद्ध धर्म में भी की जाती है.
मां तारा साधना बीज मंत्र: ह्रीं स्त्रीं हुं फट
First Published :
January 31, 2025, 10:31 IST