रजत भट्ट/ गोरखपुर : गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) अपने 35वें स्थापना दिवस के अवसर पर विकास की नई इबारत लिखने जा रहा है. 30 नवंबर को होने वाले इस ऐतिहासिक दिन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 85 नए औद्योगिक भूखंडों का आवंटन करेंगे. इससे क्षेत्र में 1286 करोड़ रुपये के निवेश और 5200 नए रोजगार के अवसर सृजित होंगे. एक समय औद्योगिक विकास से अछूता रहा गोरखपुर अब देश के बड़े उद्योगपतियों की पसंद बनता जा रहा है. गीडा ने पिछले एक साल में 501.68 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में दोगुना है. इस तेजी से बढ़ती मांग के चलते गीडा पूर्वांचल के एक बड़े औद्योगिक केंद्र के रूप में उभर रहा है.
बड़े उद्योगों का केंद्र बनेगा गीडा
गीडा में पहले से ही पेप्सिको, सीपी मिल्क और गैलेंट ग्रुप जैसे प्रतिष्ठित उद्योग उत्पादनरत हैं. कोका-कोला, अडानी और जेके ग्रुप जैसे बड़े औद्योगिक घराने भी यहां निवेश के लिए भूखंड मांग रहे हैं. इसके अलावा 88 एकड़ में प्लास्टिक पार्क और 25 एकड़ में गारमेंट पार्क का विकास हो रहा है. इन परियोजनाओं से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा और क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा.
मुख्यमंत्री का दृष्टिकोण और आगामी योजनाएं
स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 123 करोड़ रुपये के आधारभूत विकास कार्यों का शिलान्यास और 86 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण करेंगे. इसके साथ ही, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए गीडा की 20 नई सुविधाओं का शुभारंभ भी होगा. गीडा में निवेश बढ़ाने में रोड, रेल और एयर कनेक्टिविटी ने अहम भूमिका निभाई है.
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के किनारे प्लास्टिक पार्क और अन्य औद्योगिक प्रोजेक्ट्स से क्षेत्र का औद्योगिक नक्शा तेजी से बदल रहा है. गीडा का यह स्थापना दिवस गोरखपुर के औद्योगिक विकास के लिए एक नई दिशा और ऊर्जा का प्रतीक बनेगा, जहां स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर के उद्योग साथ मिलकर भविष्य की संभावनाओं को आकार देंगे.
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FIRST PUBLISHED :
November 29, 2024, 14:50 IST