नई दिल्ली. हर्षित राणा ने डेब्यू टेस्ट मैच में कमाल का प्रदर्शन किया है. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में 3 विकेट चटकाए जिसमें विस्फोटक बल्लेबाज ट्रेविस हेड का विकेट भी शामिल है. 22 वर्षीय तेज गेंदबाज हर्षित ने कहा कि वह डेब्यू से पहले की रात अच्छे से सो नहीं पाए थे. उन्होंने हेड कोच गौतम गंभीर की तारीफों के पूल बांधे. हर्षित को जब प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं मिल रहा था, तब गंभीर ने उन्हें धैर्य रखने की सलाह दी. हर्षित ने कहा कि गंभीर ने उन्हें हमेशा सपोर्ट किया है. हर्षित ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट में डेब्यू करने से पहले मुश्किल मानसिक स्थिति में थे. लेकिन मुख्य कोच गौतम गंभीर और अपने माता-पिता की सलाह ने उनके लिए चीजों को आसान कर दिया.
हर्षित राणा ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में 3 विकेट झटककर गंभीर की उम्मीदों पर खरा उतरने में सफल रहे. उन्होंने कप्तान जसप्रीत बुमराह का शानदार तरीके से साथ दिया. जिससे भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी को 104 रन पर समेटने में सफल रही. राणा ने शनिवार को मैच के दूसरे दिन के खेल के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘मेरे लिए (अपने पदार्पण के लिए) इंतजार करना मुश्किल था. लेकिन गौती भाई कह रहे थे कि धैर्य बनाए रखो. और जब भी मौका मिले अच्छा प्रदर्शन करो. वह हमेशा आत्मविश्वास बढ़ाते हैं. वह मुझसे कह रहे थे कि सब कुछ एक तरफ रखकर सोचो कि तुम पूरे देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हो. मैं हर मैच से पहले अपने माता-पिता से बात करता था. वे मुझे धैर्य बनाने रखने की सलाह देने के साथ कह रहे थे कि भगवान मेरे सपनों को पूरा करेंगे.’
‘मैं थोड़ा घबराया हुआ था’
राणा ने बताया कि मैच से एक दिन पहले जब उन्हें पदार्पण के बारे में बताया गया तो वह थोड़े घबरा गये थे. बकौल हर्षित राणा, ‘ऑस्ट्रेलिया के मैचों को देखने के लिए वह अपने पिता के साथ जल्दी उठ जाते थे. ऐसे में यह मेरे लिए यह बड़ी बात थी कि मुझे यहां पदार्पण का मौका मिल रहा है. मुझे मैच शुरू होने से एक दिन पहले पदार्पण के बारे में बताया गया था. मैं उस रात को ठीक से सो नहीं पाया मुझे काफी देर से नींद आई थी.’ राणा ने कहा कि उन्होंने इस दौरे के लिए टीम प्रबंधन की देखरेख में काफी कड़ी मेहनत की थी और वामहस्त बल्लेबाज ट्रेविस हेड का विकेट मिलने के बाद उनकी सारी घबराहट दूर हो गई थी.
‘मैं सही लेंथ पर गेंद डालने में सफल रहा’
हर्षित राणा ने कहा, ‘हम (ऑस्ट्रेलियाई) बल्लेबाजों को आउट करने के लिए योजना तय करने के बारे में बात कर रहे थे. और हमारी योजना विकेटों को निशाना बनाने की थी. मैं सही लेंथ पर गेंद डालने में सफल रहा और विकेट (हेड) हासिल किया.’ उन्होंने कहा, ‘मैंने यह समझने के लिए मोर्ने मोर्कल के साथ भी काम किया है कि यहां किस लाइन और लेंथ पर गेंदबाजी करनी है. मैं बस टीम की योजना पर कायम था.’ इस 22 साल के खिलाड़ी ने पारी की शुरुआत में तीन विकेट लेने कर बाकी गेंदबाजों के काम को आसान बनाने के लिए बुमराह का आभार जताया.
‘जस्सी भाई ने मेरा काम आसान कर दिया’
उन्होंने कहा, ‘जस्सी भाई ने शुरुआत में तीन विकेट चटका कर मेरा काम थोड़ा आसान कर दिया. यह कई बार होता है कि वह एक छोर से दबाव बनाते है और दूसरे छोर से अन्य गेंदबाज विकेट लेने में सफल रहते हैं. जब जस्सी भाई ऐसा करते हैं तो पूरा माहौल उत्साहित हो जाता है. इसलिए जब मैं गेंदबाजी करने आया, तो ऑस्ट्रेलियाई टीम के तीन विकेट गिर चुके थे और मैं कुछ और विकेट लेने के बारे में सोच रहा था क्योंकि उन्हें जल्दी आउट करना हमारे लिए फायदेमंद होगा.
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FIRST PUBLISHED :
November 23, 2024, 20:25 IST