ग्रामीण सिख रहे है वन्य जीव द्वंद से बचने के उपाय, वन विभाग की अनोखी पहल

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प्रशिक्षण

प्रशिक्षण देते एक्सपर्ट

पलामू टाइगर रिजर्व झारखंड का इकलौता टाइगर रिजर्व है.जिसके आस पास के इलाके में आए दिन मानव और वन्य जीव के बीच द्वंद देखने को मिलता है.कई बार वन्य जीव मौका पाकर मवेशियों का शिकार कर लेते है. ऐसे में इलाके के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में बचाव के लिए वन विभाग द्वारा विशेष जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.जिसमें उन्हे इस द्वंद से तत्काल बचाए के लिए घरेलू उपाय बताए जा रहे है.

हाल हीं में पलामू टाइगर रिजर्व के आस पास के इलाके से बाघ द्वारा मवेशी को शिकार करने की खबर सामने आई थी. वहीं कुछ महीने पहले इस इलाके में हाथी और भालू द्वारा जानलेवा हमला भी किया गया था. जिससे लोग बेहद डरे और सहमे जी रहे थे.ऐसे में तत्काल राहत से बचाओ और वन्य जीव से बचाव करने के लिए घरेलू उपाय बताए जा रहे है.

स्थानीय लोगों को दिया जा रहा है प्रशिक्षण
डिप्टी डायरेक्टर प्रजेश कांत जैना ने लोकल18 से कहा कि मानव हाथी द्वंद आए दिन देखने को मिलता है. जो की लैंडस्केप चेंज और लाइफ स्टाइल में बदलाव के कारण देखा जा रहा है. कई बार सूचना मिलने में रेस्क्यू टीम को पहुंचने में समय लग जाता है. ऐसे में स्थानीय लोगों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. आबादी वाले इलाके हाथी के आमत को रोका जा सके. हाथी आ भी जाए तो उसे सुरक्षित तरीके से भगा सके.

वन्य जीव द्वारा नुकसान पहुंचाने से रोका जाए
प्रशिक्षण देने के लिए वाइल्ड एनिमल डॉक्टर एंड एक्सपर्ट डॉ० रुद्र आदित्य के द्वारा पलामू टाइगर रिजर्व क्षेत्र के सुदूरवर्ती इलाकों में जाकर लोगों को कई घरेलू उपाय बताए जा रहे है.जिससे की वन्य जीव द्वारा नुकसान पहुंचाने से रोका जा सकता है. इतना हीं नहीं हाथी अगर आबादी वाले इलाके में आता है तो इन उपायों से बड़ा नुकसान होने से बचाया जा सके.

चारों रेंज में चल रहा अभियान
इसके लिए पलामू टाइगर रिजर्व के चार रेंज में अभियान के माध्यम से लोगों को घरेलू उपाय सिखाए जा रहे है. इतना हीं नहीं बल्कि ईको विकास समिति के लोगों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षण दिया जा रहा है.ताकि वो भविष्य में लोगों को प्रशिक्षण दे सके.इसके अलावा भारी छती होने से बचाया जा सके.

इन चीजों से कर सकते है बचाव
उन्होंने कहा की घर और आस पास मिलने वाले वस्तु जैसे  जुट की बोरी, सुखी मिर्ची, जला हुआ मोबिल,रैपर, छड़ के तार व अन्य चीजों के इस्तेमाल से बड़े पैमाने पर धुंआ कर मानव वन्य जीव द्वंद से बचाया जा सके.भविष्य में तैयारी है की सुदुर्वरी इलाकों में सोलर लाइट लगाया जाए.ताकि रात के अंधेरे में वन्य जीव उस इलाके में न प्रवेश करे.और लोगों के लिए सहूलियत हो सके.

Tags: Jharkhand news, Latest hindi news, Local18, Palamu news

FIRST PUBLISHED :

November 23, 2024, 13:52 IST

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