हरदोई. उत्तर प्रदेश के हरदोई में ऐसी दहशत फैल गई कि वन विभाग की टीम को आना पड़ गया. अतरौली इलाके के महुआडांडा गांव में आलू का खेत देखने गए किसान को तेंदुए के फूट प्रिंट नजर आए. इसके बाद फौरन ग्रामीणों ने वन विभाग को मामले की जानकारी दी. वन विभाग की टीम ने पड़ताल के बाद तेंदुआ होने की पुष्टि भी की. गांव में तेंदुए होने की जानकारी फैलते ही दहशत का माहौल हो गया है. बच्चे घरों में दुबक कर बैठ गए हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि तेंदुए की जानकारी मिलने के 8 घंटे बाद रेंजर पहुंचे है. इससे ग्रामीणों में काफी आक्रोश है.
अतरौली थाना क्षेत्र के महुआ डांडा गांव के रहने वाले चंद्रवीर सिंह गांव से उत्तर दिशा में 600 मीटर दूर आलू का खेत देखने गए थे. खेत में घूमते समय किसी जानवर के बड़े फूट प्रिंट दिखाई दिए. इसके बाद उन्होंने फौरन ग्रामीणों को मामले की सूचना दी.
वन विभाग ने दी ग्रामीणों को हिदायत
इसके बाद पूर्व प्रधान यशवीर उर्फ भूरे ने वन विभाग को तेंदुए की सूचना दी. मौके पर पहुंचे बीट प्रभारी इरफान अहमद ने उच्चाधिकारियों को सूचना देते हुए मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों के ग्रुप के साथ में चलने की हिदायत देते हुए खाक छाननी शुरू की. शाम के समय पहुंचे वन क्षेत्राधिकारी सीके पांडेय ने नाप कर और तार में फंसे बालों को देखकर तेंदुआ होने की पुष्टि की. गांव में जानकारी होते ही ग्रामीण अपने परिवार के साथ घरों में घुस गए. सीके पांडेय ने ग्रामीणों से कहा अगर तेंदुआ दिखाई दे तो उसकी तरफ न देखें. उन्होंने कहा कि किसान समूह के साथ ही निकलें.
किसान चंद्रवीर ने फूट प्रिंट को सुबह देखा था. क्षेत्र में यह जानकारी आग की तरह फैल गई. फिर भी संडीला रेंज के वन क्षेत्राधिकारी चंद्रकांत पांडेय 8 घंटे बाद मौके पर पहुंच पाए. देर से वन विभाग की टीम को पहुंचता देख ग्रामीणों ने वन विभाग के कर्मियों की शैली पर कई प्रकार के सवाल खड़े कर दिए. ग्रामीणों ने वन विभाग के रवैया को गैरजिम्मेदाराना बताया है.
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FIRST PUBLISHED :
November 29, 2024, 17:54 IST