मछली पालन
जहानाबाद : देश के ग्रामीण इलाके के किसान खेती के साथ साथ मछली भी पालन कर रहे हैं. इससे लाखों किसानों का जीवन यापन हो रहा है. कई ऐसे लोग हैं, जिनकी आमदनी का मुख्य स्त्रोत मछली पालन ही है. इस व्यवसाय से उन्हें लाखों की कमाई हो रही है. हम आज ऐसे ही एक किसान की बात करेंगे जो बड़े पैमाने पर मछली पालन कर लाखों रुपए कमा रहे हैं. इसमें बड़ी बात यह है कि ये किसान जिले के प्रगतिशील किसान में शामिल हैं.
16 साल में ही शुरू कर दिया था मछली पालन
ये किसान जहानाबाद जिले के घोसी प्रखंड स्थित नंदना गांव के रहने वाले प्रिंस कुमार हैं. यह करीब 8 साल से मछली पालन कर रहे हैं. 16 साल की उम्र से ही इस किसान ने मछली पालन करना शुरू कर दिया था. आज उनकी उम्र करीब 24 साल हो रही है. डेढ़ बीघा तालाब से मछली पालन करने वाले युवा किसान आज 9 बीघा में मछली पालन कर रहे हैं. मछली पालन का व्यवसाय शुरू करने का आइडिया दरियापुर गए हुए थे वहां देखने के बाद आया. वहां पहले इस व्यवसाय को पूरी तरह समझा. इसके बाद मत्स्य विभाग से संपर्क किया. इसके बाद यह बिजनेस शुरू किया.
युवा किसान प्रिंस अलग अलग तरह के मछली रखे हुए हैं. वो अभी जासर, रेहू, कतला, ग्रास कार्प और नैनी मछली का व्यवसाय कर रहे हैं. इससे उन्हें कमाई भी अच्छी हो रही है.
सरकारी अनुदान का उठा सकते हैं लाभ
युवा किसान बताते हैं कि यह फायदे का सौदा है. इस व्यवसाय को शुरू करेंगे तो सरकार भी मदद करेगी. सरकार द्वारा मछली पालन को और बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है. इसका लाभ आम लोग आसानी से उठा सकते हैं. तालाब गड्ढा करवाने पर सरकार से जनरल कास्ट के लोगों को 40 प्रतिशत अनुदान, महिलाओं को 60 प्रतिशत अनुदान और एससी एसटी के लोगों को 90 प्रतिशत तक अनुदान मिलता है. आप अगर शुरू करना चाहते हैं तो मत्स्य विभाग से जाकर संपर्क कर यह व्यवसाय शुरू कर सकते हैं.
एक साल में कर सकते हैं बंपर कमाई
वे बताते हैं कि यदि कोई यह बिजनेस करना चाहता है तो वह 10 कट्ठा से भी शुरू कर सकता है. हालांकि, बेहतर यह होगा कि उन्हें कम से कम डेढ़ बीघा से शुरू करें ताकि बीज रखने से लेकर मछली पालन करने में कोई समस्या न आए. एक बीघा में यदि 10 हजार मछली पालते हैं तो आपको कुल 6 लाख रुपए खर्च होंगे. हालांकि, एक साल में दो बार अगर मछली निकालते हैं तो आपको 4 लाख रुपए तक आमदनी हो सकती है. मछली की फीडिंग आपको सिर्फ जासर मछली को करवाना पड़ता है. बाकी सभी मछली को खाना देने की जरूरत नहीं पड़ती है.
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FIRST PUBLISHED :
September 29, 2024, 22:31 IST