Last Updated:January 30, 2025, 12:08 IST
Delhi Chunav News: दिल्ली चुनाव में पीएम मोदी की रैली में भाजपा कैंडिडेट रवींद्र सिंह नेगी ने उनके पैर छुए. इसके बाद पीएम मोदी ने भी नेगी के पैर छूए. पटपड़गंज सीट पर नेगी का मुकाबला आप और कांग्रेस से है.
हाइलाइट्स
- पीएम मोदी ने भाजपा उम्मीदवार के पैर छूकर चौंकाया.
- वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ.
- पटपड़गंज सीट पर भाजपा उम्मीदवार रवींद्र नेगी हैं.
नई दिल्ली: दिल्ली का दंगल रोचक होता जा रहा है. दिल्ली चुनाव में पीएम मोदी से लेकर राहुल गांधी तक कूद चुके हैं. भाजपा इस बार 27 साल का सूखा खत्म करने में जुटी है. इसके लिए पीएम मोदी रैली की कमान संभाल चुके हैं. पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दिल्ली में एक चुनावी रैली को संबोधित किया. इस दौरान एक ऐसा नजारा दिखा, जिसे देखकर सभी चौंक गए. जी हां, भरी सभा में मंच पर एक भाजपा कैंडिडेट ने पीएम मोदी के पैर छू लिए. अब आप कहेंगे कि इसमें चौंकने वाली क्या बात है. पीएम मोदी का पैर तो अक्सर नेता और कैंडिडेट छूते रहते हैं. जी हां, इसमें कोई बड़ी बात नहीं. चौंकने वाली बात तो यह थी कि उल्टे पीएम मोदी ने तीन बार उस कैंडिडेट के पैर छू लिए.
यह वाकया तब हुआ, जब प्रधानमंत्री मोदी 5 फरवरी को होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उत्तर-पूर्वी दिल्ली के करतार नगर में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे. हुआ कुछ यूं कि पीएम मोदी के मंच पर पहुंचने के बाद क्षेत्र के भाजपा कैंडिडेट से एक-एक कर उनसे मिल रहे थे. इसी दौरान पटपड़गंज विधानसभा सीट से भाजपा कैंडिडेट रवींद्र नेगी जब प्रधानमंत्री के निकट पहुंचे तो उन्होंने झुककर पीएम मोदी के दोनों पैर छुए. इसके बाद प्रधानमंत्री भी उनकी ओर झुक गए. वह लगातार तीन बार नेगी के पैर छूते नजर आए. इस दौरान रवींद्र नेगी खड़े थे. वह मुस्कुरा भी रहे थे. बाद में पीएम ने उन्हें आगे बढ़ने का इशारा किया.
क्यों है चौंकने वाली बात
इस रेयर घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ. पीएम मोदी को अक्सर देखा गया है कि जब कोई बुजुर्ग महिला या पुरुष उनके पैर छूता है तो वह भी उनके पैर छू लेते हैं. मगर यह संभवत: पहली बार है जब पीएम मोदी को किसी भाजपा उम्मीदवार के पैर छूते हुए देखा गया. अब जानते हैं कि आखिर भाजपा कैंडिडेट रवींद्र नेगी हैं कौन, वह भाजपा के लिए क्यों इतने अहम है, क्यों उनसे आम आदमी पार्टी भी टेंशन में है?
कौन हैं रवींद्र नेगी?
दरअसल, रवींद्र नेगी पूर्वी दिल्ली की पटपड़गंज विधानसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार हैं. उनका मुकाबला आम आदमी पार्टी के अवध ओझा और कांग्रेस के चौधरी अनिल कुमार से है. रवींद्र नेगी की उम्र 48 साल है. वह मूल रूप से उत्तराखंड के रहने वाले हैं. वर्तमान में दिल्ली नगर निगम के सदस्य हैं और विनोद नगर वार्ड-198 से पार्षद हैं. वह क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहते हैं और उनकी छवि कट्टर हिन्दू की भी है. मुसलमानों की पहचान से संबंधित उनके कई विवादित वीडियो अक्सर सोशल मीडिया पर साझा भी किए जाते रहे हैं.
भाजपा के लिए क्यों हैं अहम
दिल्ली में भाजपा के जितने भी कैंडिडेट हैं, उनमें रवींद्र नेगी भी काफी अहम हैं. इसकी वजह है पटपटड़गंज विधानसभा सीट. यह वही सीट है, जहां से पिछली बार मनीष सिसोदिया जीते थे. पिछले विधानसभा चुनाव में रवीद्र नेगी का मुकाबला मनीष सिसोदिया से था. रवींद्र नेगी ने मनीष सिसोदिया की पिछले चुनाव में धड़कन बढ़ा दी थी. आखिर तक वह मनीष सिसोदिया को कड़ी टक्कर देते रहे. हालांकि, अंत में मनीष सिसोदिया ने ही बाजी मारी. मनीष सिसोदिया महज 3 हजार वोट से ही उस चुनाव को जीत पाए थे. इस वजह से ही भाजपा ने उन्हें यह सीट हथियाने के लिए इस बार मैदान में उतारा है. आम आदमी पार्टी की ओर से मनीष सिसोदिया इस बार इस सीट पर चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. भाजपा के लिए रवींद्र नेगी इसलिए भी अहम हैं, क्योंकि इस सीट पर उत्तराखंडियों की संख्या अधिक है. खुद रवींद्र नेगी भी उत्तराखंडी ही हैं.
आप की बढ़ा रहे टेंशन?
पटपड़गंज सीट पर भाजपा के रवींद्र नेगी के सामने आम आदमी पार्टी ने अवध ओझा को टिकट दिया है. वहीं, कांग्रेस की ओर से चौधरी अनिल कुमार सिंह चुनावी मैदान में हैं. इन दोनों कैंडिडेट के मुकाबले रवींद्र नेगी का पलड़ा भारी लग रहा है. इसकी वजह है पटपड़गंज इलाके में उनकी सक्रियता. साथ ही उनके पास चुनाव का अच्छा खासा अनुभव है. इसकी झलक वह पिछले चुनाव में दिखा चुके हैं. जहां मनीष सिसोदिया को कड़ी टक्कर मिली थी. सिसोदिया इस सीट से तीन बार जीत चुके हैं. भाजपा को उत्तराखंडी कैंडिडेट का फायदा मिल सकता है. इस सीट पर उत्तराखंड और पूर्वांचल के वोटर ज्यादा हैं. रवींद्र को उत्तराखंडी के नाम पर वोट मिल सकता है और भाजपा के नाम पर पूर्वांचलियों का भी वोट मिल सकता है.
पटपड़गंज सीट का गणित
पटपड़गंज सीट का अधिकतर इलाका रिहायशी है. यह पूर्वी दिल्ली का अहम विधानसभा क्षेत्र है. यहां मयूर विवार और कोंडली जैसे प्रमुख इलाके हैं. पिछली बार जीत का अंतर महज 2 फीसदी ही था. 2020 के विधानसभा चुनाव में मनीष सिसोदिया को 70,163 वोट मिले थे, जबकि नेगी को 66,956 वोट प्राप्त हुए थे. वहीं कांग्रेस के लक्ष्मण रावत को 2,802 वोट मिले थे. इस बार रवींद्र नेगी के सामने आप कैंडिडेट ओझा नए हैं. कांग्रेस के कैंडिडेट पहले इस सीट पर विधायक रह चुके हैं. इस सीट पर कुल वोटरों की संख्या करीब सवा दो लाख है.
Location :
Delhi,Delhi,Delhi
First Published :
January 30, 2025, 12:08 IST