बुरहानपुर. मिया-बीवी में झगड़े तो होते ही हैं. लेकिन, कुछ झगड़ें घर से बाहर निकलकर सड़क तक आ जाते हैं. मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में भी पारिवारिक विवाद के कई मामले सामने आते हैं. बुरहानपुर वन स्टॉप सेंटर पर सबसे अधिक मामले शराब के कारण पहुंचते हैं. जब सेंटर प्रभारी देवेश्री डोंगरे से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हर साल करीब 300 मामले यहां पर आते हैं और हमारे द्वारा अधिकतर मामलों में समझौता कराया जाता है.
लोकल 18 की टीम ने जब केंद्र पर पहुंचकर प्रभारी देवेश्री डोंगरे से बात की तो उन्होंने बताया कि करीब 300 प्रकरण हर साल हमारे यहां पर आते हैं. हम अधिकतर मामलों में समझौता कराते हैं. हमारे यहां पर महिलाओं को 5 दिन तक समझाइश दी जाती है. इसके बाद दूसरे पक्ष को भी बुलाकर समझाते हैं. अधिकतर मामलों में समझौता हो जाता है. जिन मामलों में समझौते नहीं हो पाता तो महिलाओं को खंडवा, इंदौर, उज्जैन के महिला गृह में भेज देते हैं.
केंद्र पर महिलाओं को रखते हैं 5 दिन तक
आगे बताया, वन स्टॉप सेंटर में यदि कोई महिला आती है और शिकायत दर्ज कराती है तो महिला को हम 5 दिन तक केंद्र पर रखते हैं. उसके रहने खाने की सभी व्यवस्था केंद्र की ओर से की जाती है. परिवार में समझौता होने तक महिला को हम रखते हैं यदि समझौता नहीं होता है तो उसके बाद हम महिला गृह भेज देते हैं. यहां पर महिला यानी बच्चियां भी इसमें शामिल हैं.
Tags: Domestic violence, Local18, Mp news
FIRST PUBLISHED :
November 29, 2024, 22:34 IST