मुजफ्फरपुर. बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां डीआरआई की टीम ने चेकिंग के लिए उत्तराखंड नंबर की एक कंटनेर को रोका. इसमें ऑफिसर्स को जो मिला, उससे सभी हैरान रह गए. दरअसल, कंटेनर में बड़ी चालाकी से एक खुफिया तहखाना बनाया गया था. इसमें एक करोड़ 30 लाख रुपये की दक्षिण कोरिया निर्मित एस्से लाइट ब्रांड की सिगरेट छिपाकर रखी गई थी. फिलहाल कार्रवाई करते हुए डीआरआई की टीम ने सिगरेट को बरामद कर लिया है. मौके से डीआरआइ की टीम ने 2 तस्करों को भी गिरफ्तार किया है. दोनों कंटेनर के ड्राइवर और खलासी उत्तर प्रदेश के बरेली के रहने वाले है. डीआरआई ने दोनों से पूछताछ करने के बाद उन्हें कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है.
डीआरआइ सूत्रों का कहना है कि गुप्त सूचना मिली थी कि उत्तराखंड नंबर की एक कंटेनर में विदेशी सिगरेट तस्करी करके मुजफ्फरपुर के रास्ते लाई जा रही है. इस सूचना के आधार पर डीआरआई की टीम ने मैठी टोल प्लाजा से लेकर मोतीपुर तक नाकाबंदी कर मोतीपुर में कंटेनर को पकड़ लिया. कंटेनर का गेट खुलवाया गया तो वह पूरा खाली था. लेकिन टीम ने जब अंदर जाकर नट वोल्ट खोला तो एक बॉक्स मिला. जब उसको खोला गया तो अंदर 10 लाख 30 हजार रुपये का विदेशी सिगरेट मिला. यह सिगरेट की खेप म्यांमार से तस्करी करके गुवाहाटी लाया गया था.
दिल्ली लाई जा रही थी सिगरेट
सिगरेट वहां से दरभंगा-मुजफ्फरपुर के मैठि टोल प्लाजा के रास्ते दिल्ली लाया जा रहा था. कंटेनर के ड्राइवर सुनील सागर और खलासी राहुल को इस काम के लिए भाड़े के आलावा 50 हजार रुपये अलग से मिला था. छानबीन के दौरान उन्होंने बताया कि एक सिरगेट की कीमत 15 से 20 रुपये है. कंटेनर से कुल 10 लाख 30 हजार रुपये का सिगरेट स्टिक जब्त किया गया है.
FIRST PUBLISHED :
September 27, 2024, 18:37 IST