ढोलक: भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा, जानिए कैसे होती है तैयार

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तीन तरह के अनोखे ढोल

दीपेंद्र कुमावत/ नागौर: भारत में शादियां और शुभ कार्य ढोलक और शहनाई के बिना अधूरे माने जाते हैं. यह परंपरागत वाद्य यंत्र न केवल आनंद और उल्लास का प्रतीक है, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर का भी हिस्सा है. पुराने समय में राजा-महाराजा अपने संदेश प्रजा तक पहुंचाने के लिए ढोलक का उपयोग करते थे. आज भी बड़े सिंगरों के गानों में ढोलक की धुनें खास महत्व रखती हैं.

लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक अच्छी क्वालिटी का ढोलक किस प्रकार से तैयार किया जाता है? इसे बनाने में ढाई घंटे से भी अधिक समय लगता है और कई चरणों से गुजरना पड़ता है.

ऐसे तैयार होता है ढोलक
ढोलक निर्माण में विशेषज्ञता रखने वाले कारीगर राहुल चौहान बताते हैं कि ढोलक बनाने की प्रक्रिया लकड़ी को आकार देने से शुरू होती है. सबसे पहले लकड़ी को ढोलक की संरचना में ढाला जाता है और फिर उसे अंदर से खोखला किया जाता है.

इसके बाद ढोलक के दोनों सिरों पर चमड़ा लगाया जाता है. खास बात यह है कि एक तरफ नर बकरी या भैंसे का चमड़ा और दूसरी तरफ मादा का चमड़ा उपयोग किया जाता है. इस प्रक्रिया से ढोलक में दोनों सिरों से अलग-अलग स्वर निकलते हैं.

चमड़ा लगाने से पहले इसे विशेष मसाले से तैयार किया जाता है, जिससे एक सिरा भारी और दूसरा हल्की आवाज देता है. इसके बाद चमड़े को कसकर बांधा जाता है, सिलाई की जाती है और छोटे लोहे के टुकड़े लगाकर ढोलक को अंतिम रूप दिया जाता है.

तीन प्रकार की लकड़ी का उपयोग
राहुल बताते हैं कि ढोलक बनाने में मुख्य रूप से आम, शीशम और बीजे लकड़ी का उपयोग किया जाता है. इनमें बीजे की लकड़ी से बने ढोलक सबसे महंगे होते हैं, जबकि आम की लकड़ी से बने ढोलक किफायती होते हैं.

ढोलक के प्रकार और कीमत
आमतौर पर चार प्रकार के ढोलक बनाए जाते हैं:
1. बकरे की खाल वाला ढोलक: 650 रुपए
2. भैंस और बकरे की खाल वाला ढोलक: 1050 रुपए
3. रिंग वाला पुड़ी ढोलक: 850 रुपए
4. स्पेशल नागौरी पैटर्न वाला ढोलक: 1500 रुपए

ढोलक: परंपरा और आधुनिकता का संगम
ढोलक न केवल भारतीय परंपरा का प्रतीक है, बल्कि इसकी उपयोगिता आधुनिक संगीत में भी बनी हुई है. कारीगरों के परिश्रम और कुशलता से तैयार किया गया यह वाद्य यंत्र हमारी सांस्कृतिक विरासत को सजीव बनाए रखता है. ढोलक की आवाज सिर्फ संगीत नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपरा की गूंज है.

Tags: Local18, Nagaur News, Rajasthan news

FIRST PUBLISHED :

November 18, 2024, 16:16 IST

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