हजारीबाग. हजारीबाग के नवाबगंज स्थित हजरत दाता मदारा शाह में 367वां उर्स मेला शुरू हो गया है. यह मेला हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई के एकता का अनोखा उदाहरण है, जहां सभी धर्मों के लोग आते हैं. यह मेला हजारीबाग के प्रसिद्ध तकिया मजार में 16 से लेकर 19 नवंबर तक आयोजित किया जा रहा है. इसको लेकर देश भर के व्यापारी अपने उत्पादों को बेचने के लिए यहां पहुंचे हुए हैं. मेले में खान-पान के कई स्टॉल भी हैं.
उर्स मेले के प्रबंधक समिति के सदस्य तस्लीम अंसारी बताते हैं कि हजारीबाग में उर्स मेले का एक विशेष महत्व है. इस मजार में सभी धर्म के से जुड़े हुए लोगों की आस्था है. यहां लोग आकर बाबा से मन्नत मांगते हैं. यहां पर हर साल उर्स मेले का रिवाज है. यह 367वां साल है जब हजारीबाग के तकिया मजार में उर्स मेले का आयोजन किया जा रहा है.
यह मेला गंगा जमुनीतहजीब का उदाहरण है. कव्वाल के शौकीनों के अलावा इस मेले का इंतजार व्यापारियों को भी रहता है. मेले में हजारों की संख्या में अतीकमंद उमड़ते है और बाबा को चादर और फूल चढ़ाते है.
दो कव्वाल बांधेंगे समां
प्रबंधक समिति के अनुसार इस बार के उर्ष मेले को चार चांद लगाने के लिए लखनऊ से लोक प्रसिद्ध कव्वाल खान भारती और गया से महताब वारसी को बुलाया गया हैं. जिनका कार्यक्रम 17 से 19 नवंबर तक चलेगा. इनका रात्रि 9:00 बजे से लेकर रात के 2:00 बजे तक कार्यक्रम होगा. यहां कव्वालों के बीच मुकाबला भी देखने को मिलेगा. इसके साथ ही मेले में रक्तदान शिविर भी लगाया जाएगा. प्रबंधक समिति, मेले में चिकित्सा के पर्याप्त इंतजाम कर रही है.
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FIRST PUBLISHED :
November 17, 2024, 07:59 IST