डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने धोए थे पैर
जमुई. एक कमरे का मकान, तीन भाई और उनका पूरा परिवार. इतना ही नहीं सात बच्चे, जिनमें से तीन बचपन से ही नेत्रहीन है और भीख मांग कर परिवार का गुजारा करते हैं. लेकिन उसके बावजूद भी यह परिवार इन दिनों सब की चर्चा में बना हुआ है. हर कोई इस परिवार के बारे में जानना चाह रहा है. अगर आप भी यह सोच रहे हैं कि आखिर इस व्यक्ति में ऐसा क्या खास है, तो आपको बता दें कि बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने पिछले दिनों जमुई जिले में स्वच्छता अभियान के बाद एक सफाई कर्मी के पैर धोए थे. जिसके बाद से ही हर कोई जानना चाह रहा है कि वह सफाई कर्मी कौन है?
दरअसल, पिछले दिनों बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा तथा भूमि सुधार और राजस्व मंत्री दिलीप जायसवाल ने जमुई सदर मुख्यालय में स्वच्छता अभियान चलाया था जिसके बाद उन्होंने दो स्वच्छता कर्मियों के पर धोए थे.
जमुई जिले के इस गांव का रहने वाला है सफाई कर्मी
उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने जिस सफाई कर्मी के पैर धोए थे वह जमुई जिला के सदर प्रखंड क्षेत्र के चौडीहा गांव का रहने वाला है. इस सफाई कर्मी का नाम सिंहेश्वर मंडल है, जो जमुई नगर परिषद में सफाई का काम करता है. सिंहेश्वर मंडल का परिवार बहुत गरीब है. सिंहेश्वर मंडल और उसकी पत्नी गांव में मजदूरी का काम करते हैं तथा अगर उनके पास काम नहीं होता तो वह नगर परिषद में कचरा उठाने का काम करते हैं.
सिंहेश्वर मंडल के परिवार में कुल 9 लोग हैं, जिनमें सिंहेश्वर मंडल, उनकी पत्नी और उनके सात बच्चे शामिल है. इसके अलावा सिंहेश्वर मंडल के परिवार में उनके तीन भाई और उनका परिवार भी साथ रहता है. सिंहेश्वर मंडल के परिवार एक ही कमरे के मकान में रहता है तथा यह पूरा परिवार छत पर एक झोपड़ी बनाकर किसी तरीके से बसर करता है.
तीन बच्चों की नहीं है आंखें, मजदूर ने कही यह बात
सफाई कर्मी सिंहेश्वर मंडल के सात बच्चों में से तीन ऐसे हैं, जो जन्म से ही नेत्रहीन हैं. सिंहेश्वर मंडल ने बताया कि वह और उनके परिवार काफी गरीबी और मुफलिसी में जी रहा है. उप मुख्यमंत्री ने उनके पैर धोए इस बात से उनका परिवार काफी खुश है. उन्होंने कहा कि मुझे अपने जीवन में इतना सम्मान नहीं मिला जितना उसे दिन मिला.
सफाई कर्मी ने कहा कि जिस दिन हमें काम नहीं मिलता, हमारे घर में चूल्हा नहीं जल पाता. तीन बच्चे दिव्यांग हैं तो वह भीख मांग कर किसी तरीके से गुजारा करते हैं. दो बेटियों की शादी कर दी है, जबकि दो बेटे अभी छोटे-छोटे हैं जो अपने माता-पिता के भरोसे ही रहते हैं. इसके अलावा वह लोग खेतों में धान कटाई का काम करते हैं. लेकिन सीजन खत्म होने के बाद उनके पास काम नहीं रहता है. सिंहेश्वर मंडल का पूरा परिवार काफी मुफलिसी में जीता है. जमुई जिला के सदर प्रखंड के चौडीहा का रहने वाला यह परिवार अचानक ही चर्चा में आ गया है. लेकिन यह पूरा परिवार प्रशासन से मदद की उम्मीद लगाए बैठा हुआ है.
Tags: Bihar News, Jamui news, Local18
FIRST PUBLISHED :
November 18, 2024, 07:17 IST