पंजाबी इंडस्ट्री से आने वाले दिलजीत दोसांझ ने बहुत तेजी से पॉपुलैरिटी हासिल की. ‘उड़ता पंजाब’ और ‘बैड न्यूज’ ने उन्हें बॉलीवुड के एक बेहतरीन कलाकार की कैटेगरी में लाकर खड़ा कर दिया. इतना ही नहीं, उनके बेबाक अंदाज ने चाहे किसानों का सपोर्ट करना हो या फिर कंगना रनौत से टक्कर, उन्हें करोड़ों फैंस भी दिए. गानों के अलावा उनकी सादगी ने लोगों का दिल जीता है. लेकिन पिछले दो दिन से एक विवाद उनसे जुड़ गया है. यह विवाद उनके ‘दिल लुमिनाती टूर’ से जुड़ा है. वह देश के अलग-अलग हिस्सों- दिल्ली, जयपुर, अहमदाबाद, हैदराबाद समेत कई बड़े शहरों में शो कर रहे हैं. इस शो के टिकट प्राइज लेकर भी हंगामा हुआ, हालांकि ये जल्द ही शांत हो गया. लेकिन तेलंगाना सरकार के एक नोटिस ने उनके रंग में भंग डाल दिया, जिस पर वह भावुक भी हुए और गुस्सा भी हुए.
दरअसल, तेलंगाना सरकार ने दिलजीत दोसांझ को जो नोटिस भेजा है, उसमें हिदायत दी है कि वह हैदराबाद में होने वाले ‘दिल लुमिनाती टूर’ में ऐसे गाने न गाए जिससे शराब या नशा और वायलेंस से जुड़ी चीजें प्रमोट होती हों. इस नोटिस पर उन्होंने अमहदाबाद में प्रतिक्रिया दी और एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया. तेलंगाना सरकार के साथ-साथ बॉलीवुड पर भी निशाना साधा. उन्होंने शराब पर गाना नहीं गाने के लिए एक शर्त रखी कि सभी सरकारें ड्राय स्टेट घोषित कर दें. वह शराब पर एक भी गाना नहीं गाएंगे. दिलजीत ने कहा कि बॉलीवुड में शराब पर हजारों गाने हैं. उन्होंने सिर्फ 2-4 ही गाए हैं. उन्होंने कहा, “मैं शराब नहीं पीता. पर बॉलीवुड के जो सितारे हैं, वो शराब का एडवर्टाइजमेंट करते हैं. दिलजीत दोसांझ नहीं करता. कोरोना में सब बंद था, लेकिन ठेके खुले थे. मैं एक अच्छा मौका देता हूं. जहां-जहां मेरे शो हैं, वहां-वहां एक दिन का ड्राय डे घोषित कर दो गाना नहीं गाऊंगा. मैं कोई नया कलाकार नहीं हूं. तो आप नहीं बोल सकते कि ये गाना मत गा.”
दिलजीत दोसांझ ने अपने इस बयान में सार्वजनिक मंच पर न सिर्फ तेलंगाना सरकार को बल्कि अन्य राज्यों को भी क्लियर मैसेज दिया है. भारत में सिर्फ बिहार, गुजरात, मिजोरम, लक्षद्वीप और नागालैंड में शराब बैन है. बिहार और गुजरात में अक्सर शराब पकड़ी जाती है. यहां सरकारें सख्त कानून के बाद भी यहां शराबखोरी पर रोक नहीं लगा पा रही. एक कलाकार को गाना गाने से रोक रही है? दिलजीत अकेले सिंगर नहीं हैं. बॉलीवुड से लेकर दक्षिण भारतीय फिल्मों और म्यूजिक एल्बम में अनगिनत गाने हैं, जिनमें शराब या दारू जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया है. बार और शराब के ठेकों के विजुअल्स होते हैं.
नशे से प्रभावित रहा है पंजाब
पंजाब में खालिस्तानियों के प्रभाव के बाद से ही नशे की विकराल समस्या रही है. नशा मुक्त कराने के नाम पर चुनाव लड़े गए हैं. सरकारें बनी हैं, लेकिन ड्रग्स और नशा बंद नहीं हुआ. न ही शराब बंद हुई. ऐसे में गाने कहां से बंद होंगे. पंजाबी गानों में भी ऐसे हजारों गाने हैं, जिनमें शराब-दारू-शराबी जैसे शब्दों के इस्तेमाल हुए हैं. दिलजीत पहले सिंगर नहीं हैं. शराब पर बने गानों को न सिर्फ पंजाबी भाषी लोग पसंद करते हैं बल्कि हिंदी भाषी और अन्य क्षेत्र के लोग भी खूब सुनते हैं. खुद दिलजीत ने ‘5तारा होटल’ या ‘पटियाला पैग’ गाए हैं. हरभजन मान ने भी ‘पिंड शराबी हो जाएगा’ जैसे गाने गाए हैं.
सेलिब्रेशन-दुख में शराब का कनेक्शन
कई पंजाबी गानों में शराब की तुलना महिलाओं से की गई है. शराब को सेलिब्रेशन से जोड़ा गया है. गम में भी शराब शामिल हैं. खुशी में भी शराब शामिल है. यह लॉजिक सिर्फ पंजाबी गानों तक ही सीमित नहीं है बल्कि बॉलीवुड गानों में भी शराब को इसी तरह ट्रीट किया गया है. दोस्ती पर शैरी मान का ‘3 पेग’ हो या ‘होस्टल वाला कमरा’ हो या फिर ‘क्रांति’ का ‘पीले पीले ओ मेरे जानी’. दोनों में शराब को दोस्ती के सेलिब्रेशन से जोड़ा गया है.
बब्बू मान-हरभजन मान ने भी गाए शराब पर गाने
‘मित्रा दीं छतरी तो लुट गई’ गाने वाले बब्बू मान ने भी एक गाने में महिला की तुलना शराब से की है. उस दौर में उनका गाना ‘शराब’ काफी पसंद किया गया था. हरभजन मान ने भी ने कई सुपरहिट गाने और एल्बम दिए हैं. 90 और 2000 के शुरुआती दशक में पंजाबी इंडस्ट्री के टॉप सिंगर माने जाते थे. उन्होंने ‘सारा पिंड शराबी’ हो गया जैसा गाना गाया है. इसमें नीरू बाजवा भी थीं.
‘5तारा’ और ‘4 बोतल वोडका’ पर झूमते थे यंगस्टर्स
पंजाबी इंडस्ट्री और बॉलीवुड में समय-समय पर शराब पर गाने आए. शराब के ठेकों और बार में गाने फिल्माए गए हैं. गानों में इस्तेमाल होने वाले शब्दों ने लोगों को गहराई से छुआ. ब्रेकअप और प्यार में मिले धोखे पर आधारित ‘5तारा’ दिलजीत ने गाया. जिसे ऑडियंस ने खूब पसंद किया. सिर्फ दिलजीत ही नहीं, हनी सिंह का ‘4 बोतल वोडका’ ऐसे ही ट्रेंडिंग सॉन्ग बना. ऐसे गानों को यंग जनरेशन ने हाथों हाथ लिया. लोगों की जुबां पर चढ़ें. क्या लड़के और क्या लड़कियां ‘4 बोतल वोडका’ पर पेरेंट्स बच्चों को भी नचाते हुए नजर आए. इन गानों में म्यूजिक ने भी अहम योगदान निभाया है. इनके म्यूजिक इतने वाइब्रेंट होते हैं कि लोग दर्द भरे गाने पर भी झूमने को मजबूर हुए हैं.
निशाने पर दिलजीत दोसांझ ही क्यों?
पिछले 10-15 सालों में पंजाबी गानों में रैप शामिल किया गया. इसमें हाई-फाई गाड़ियां और गन कल्चर देखने को मिला. यह गाने यंगस्टर्स के बीच पॉपुलर हुए. इसमें हनी सिंह से लेकर सिद्धू मूसेवाला जैसे सिंगर आए. इनकी देखा-देखी कई नए नवेले पंजाबी सिंगर ने भी इसी ट्रेंड को फॉलो किया और रातों-रात स्टार सिंगर बने. लेकिन दिलजीत ने अपनी खास जगह बनाई. शुरुआत में उन्होंने हनी सिंह के साथ मिलकर ‘गोलियां’ जैसे गन कल्चर को बढ़ावा देने वाले गाने गाए. लेकिन बीते कुछ सालों में वह काफी इमेज कॉन्शियस हुए हैं. अपनी एक क्यूट और हंबल बॉय की इमेज गढ़ी है या बनाई है. हंसराज हंस, दिलेर मेहंदी के बाद दिलजीत ऐसे सिंगर हैं, जिन्हें पूरे भारत में प्यार मिल रहा है. जिनके गानों पर लोग झूम रहे हैं. इमोशनल हो रहे हैं. कंपीटिशन भरे इस बाजार में उनके स्टारडम को कोई इतनी आसानी से भुनाने कैसे दे सकता है?
(डिस्क्लेमर: ये लेखक के निजी विचार हैं. लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता/सटीकता के प्रति लेखक स्वयं जवाबदेह है. इसके लिए News18Hindi उत्तरदायी नहीं है.)
Tags: Diljit Dosanjh
FIRST PUBLISHED :
November 18, 2024, 13:20 IST