नमक को लेकर 90% लोग करते हैं ये गलती, उड़ जाता है पूरा आयोडीन, आप न करें

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How to Use Salt: नमक के बिना खाने की कल्‍पना भी नहीं की जा सकती. यह स्‍वाद के लिए तो जरूरी है ही इसमें पाया जाने वाला जरूरी खनिज आयोडीन शरीर और दिमाग के विकास के लिए भी बेहद जरूरी है. यही वजह है कि भारत सरकार भी लोगों को रोजाना आयोडीन युक्‍त नमक खाने के लिए जागरुक करती रहती है. ताकि इसकी कमी से होने वाली बीमारियों को रोका जा सके लेकिन आपको बता दें कि भारत की 95 फीसदी से ज्‍यादा आबादी भले ही आयोडीन युक्‍त नमक खाती है लेकिन इनमें से 90 फीसदी लोग ऐसी गलतियां कर बैठते हैं कि उस नमक में से आयोडीन ही उड़ जाता है और लोगों को नमक से पोषण नहीं सिर्फ स्‍वाद ही मिल पाता है.

बता दें कि नमक में मौजूद आयोडीन थायरॉइड ग्रंथि में थायरॉयड हार्मोन बनाने में मदद करता है. ये हार्मोन शरीर में मेटाबोलिज्‍म, सामान्‍य वृद्धि और मस्तिष्‍क के विकास के साथ ही हड्डियों और तंत्रिकाओं के विकास में मदद करता है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के मुताबिक आयोडीन की कमी से दुनियाभर में मानसिक और शारीरिक विकलांगता पैदा होती है. पूरी दुनिया में लगभग दो अरब लोग आयोडीन की कमी से पीड़ित हैं. जिसकी वजह से कई हेल्‍थ प्रॉब्‍लम्‍स हो रही हैं.

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आयोडीन की कमी से होने वाली बीमारियां
आयोडीन की कमी से होने वाले विकारों को आईडीडी (Iodine Deficiency Disorders) कहा जाता है. ये पोषण संबंधी रोग हैं. जैसे

. बच्चे मंदबुद्धि हो सकते हैं
. बच्चे शारीरिक रूप से कमजोर हो सकते हैं
. बच्चे गूंगे-बहरे या अपंग हो सकते हैं
. महिलाओं में गर्भपात हो सकता है
. वयस्कों में ऊर्जा की कमी हो सकती है
. दिल संबंधी बीमारियां हो सकती हैं
. पेरीफेरल न्‍यूरोपेथी हो सकती है.
. स्टिलबर्थ हो सकती है.
. बच्‍चों में जन्‍मदोष आ सकते हैं.

क्‍या गलतियां करते हैं लोग?

राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मिशन के अंतर्गत राष्ट्रीय आयोडीन अल्पता विकार नियंत्रण कार्यक्रम (NIDDCP) गाइडलाइंस के अनुसार आयोडीन युक्‍त नमक के इस्‍तेमाल को लेकर अक्‍सर लोग गलतियां कर बैठते हैं, जिसकी वजह से उनके खाने में नमक का स्‍वाद तो रह जाता है लेकिन उसमें से आयोडीन पूरी तरह गायब हो जाता है. आइए जानते हैं नमक को लेकर क्‍या कॉमन गलतियां करते हैं लोग…

. आयोडीन नमक खरीदते समय उस पर उगते हुए सूरज का चिह्न जरूर देखें. अक्‍सर लोग ये नहीं देखते हैं.

. आयोडीन नमक खरीदकर घर लाएं तो उसे थैली में से निकालकर साधारण डिब्‍बे में न डालें, बल्कि सीलबंद डिब्‍बे में रखें. जबकि भारतीय रसोई में ये गलती बेहद कॉमन है.

. आयोडीन युक्‍त नमक सब्‍जी पकने के बाद ही डालें नहीं तो आयोडीन उड़ जाती है. अक्‍सर महिलाएं सब्‍जी पकाने के दौरान ही नमक डालती हैं.

. इस नमक को नमी और आग से दूर रखें. इसको लेकर भी लापरवाही होती है.

. आयोडीन नमक को अपने घर में छह महीने से ज्‍यादा स्‍टोर करके न रखें. बहुत सारे लोग एक साथ सालभर का नमक खरीद कर ले आते हैं.

क्‍या करें लोग
लोगों को चाहिए कि नमक का इस्‍तेमाल तो करें लेकिन उसके इस्‍तेमाल सबंधी गाइडलाइंस या नियमों को जान लें और गलतियां न करें ताकि नमक नुकसान के बजाय फायदा पहुंचाए.

कितना नमक खाएं रोजाना
आईसीएमआर-नेशनल इंस्‍टीट्यूट ऑफ न्‍यूट्रीशन की गाइडलाइंस कहती हैं कि आयोडीन शरीर के लिए जरूरी है लेकिन उसके इस्‍तेमाल की लिमिट जानना बेहद जरूरी है. भारत में अधिकांश लोग सीमित मात्रा से ज्‍यादा नमक खाते हैं, जो कई तरह की बीमारियां दे रहा है. एनआईएन की गाइडलाइंस के अनुसार रोजाना एक व्‍यक्ति को 5 ग्राम से कम नमक ही खाना चाहिए.

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FIRST PUBLISHED :

October 22, 2024, 18:47 IST

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