Agency:News18 Bihar
Last Updated:January 27, 2025, 10:23 IST
26 जनवरी को गुनगुनी धूप में मूंगफली का स्वाद ले रहे लोग फिटजी का नाम सुनते ही लोग भड़क उठे. लोगों ने कहा,"फिटजी ने बच्चों ने साथ दगाबाजी किया है. अब कोचिंग संस्थानों से भरोसा ही उठ गया. कब कौन भाग जाए, किसको पत...और पढ़ें
फिटजी पर फूटा पटना के लोगों का गुस्सा
हाइलाइट्स
- पटना में फिटजी कोचिंग सेंटर बंद होने से आक्रोश.
- अभिभावकों और छात्रों का भरोसा टूटा.
- पुलिस ने फिटजी निदेशकों से जवाब मांगा.
पटना:- इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराने वाले देश के प्रसिद्ध कोचिंग संस्थान फिटजी की क्लासेज रद्द कर रातों रात कोचिंग सेंटर बंद करने पर विद्यार्थियों और अभिभावकों के अंदर आक्रोश भरा हुआ है. सिर्फ पटना ही नहीं, बल्कि देश के कई जगहों से इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में कोचिंग संस्थानों से लोगों का भरोसा डगमगाने लगा है. इससे सिर्फ अभिभावकों में नहीं, बल्कि पटना के आम लोगों में भी काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है. 26 जनवरी को गुनगुनी धूप में मूंगफली का स्वाद ले रहे लोग फिटजी का नाम सुनते ही भड़क उठे. लोगों ने कहा, “फिटजी ने बच्चों ने साथ दगाबाजी किया है. अब कोचिंग संस्थानों से भरोसा ही उठ गया. कब कौन भाग जाए, किसको पता है.”
“कोचिंग संस्थानों से उठ गया भरोसा…”
गांधी मैदान में मूंगफली का स्वाद ले रहे पटना के अमरेंद्र कुमार लोकल 18 को बताते हैं कि फिटजी काफी पुराना संस्थान है. मुझे तो भरोसा ही नहीं हो रहा है, वो बच्चों को बीच मझधार में छोड़ कर भाग सकता है. महंगा इंस्टीट्यूट था, बच्चों की खूब भीड़ भी होती थी. अभिभावक और बच्चों के साथ काफी गलत हुआ है. सबका विश्वास और उम्मीद टूटा है. जब फिटजी जैसा बड़ा संस्थान ऐसा कर सकता है, तो बाकियों की क्या गारंटी है. अब आम आदमी किसपर विश्वास करे.
“लोगों का विश्वास टूटा है..”
मुकेश कुमार बताते हैं कि पटना में फिटजी का नाम काफी पुराना था. बच्चे इस उम्मीद से एडमिशन लेते थे कि उनका भविष्य उज्जवल बनेगा. पटना में करीब 10 सालों से था और बड़ा नाम बन चुका था. लेकिन रातों रात ऐसे नहीं भगाना चाहिए था. सबसे बड़ी बात यह है कि बच्चों और पेरेंट्स का भरोसा टूट गया. पैसा भी डूबा और पढ़ाई भी गलत किया है.”
मुकेश कुमार के बगल में बैठे एक और शख्स ने कहा कि अब किसी भी कोचिंग संस्थान पर भरोसा नहीं किया जा सकता. फिटजी के संस्थापकों ने यहां के बच्चों और पेरेंट्स के साथ दगाबाजी किया है, गद्दारी किया. बच्चों के भविष्य का ख्याल रखना चाहिए था. यह सरासर गलत है.
“फर्जी कोचिंग संस्थानों पर सरकार कसे शिकंजा…”
रणवीर कुमार सिंह ने बताया कि इस मामले में राज्य या केंद्र सरकार को हस्तक्षेप करना चाहिए. फर्जी कोचिंग संस्थानों पर नकेल कसना चाहिए. पेरेंट्स को क्या मालूम की कौन फर्जी है या कौन सही है. ऐसे कोचिंग संस्थानों पर कार्रवाई की जरूरत है. अभिभावकों का लाखों रुपया फंसा हुआ है. बच्चों का पढ़ाई खतरे में आ गया. सरकार, लोगों के पैसे वापस दिलवाने में मदद करे और फर्जी कोचिंग संस्थानों पर तुरंत कार्रवाई करे.
“अभिभावकों का पैसा होना चाहिए रिटर्न…”
जयप्रकाश ने कहा कि अभिभावकों का फीस के रूप में लाखों रुपया जो फंसा हुआ है, वापस मिलना चाहिए. साथ ही फिटजी के संस्थापकों पर कार्रवाई होनी चाहिए. बच्चों के साथ खिलवाड़ है यह सब. कोई भी कहीं कोचिंग खोल दे रहा है. इसको लेकर नियम कानून होना चाहिए, सख्ती जरूरी है.
पढ़ाई के नाम पर चल रहा है धंधा
जयप्रकाश Local 18 को आगे बताते हैं कि पढ़ाई में नाम पर स्कूल और कोचिंग वाले धंधा चला रहे हैं. इसमें बच्चों और उनके पेरेंट्स को लूटा जाता है. पटना में कोचिंग का बाजार है. कई इलाका ऐसा है जहां सिर्फ कोचिंग ही कोचिंग हैं. बाजार समिति, मुसल्लहपुर हाट, बोरिंग रोड का पूरा इलाका कोचिंग का बाजार है. इस बाजार पर सरकार और प्रशासन की निगरानी होनी चाहिए. अगर अब निगरानी नहीं बढ़ती है, तो आज फिटजी भागा है, कल कोई और भागेगा. आज लाखों रुपए डूबा है, आने वाले समय में करोड़ों रुपए डूबेगा.
पुलिस ने मांगा है जवाब
पटना में फिटजी का मामला पुलिस के पास भी पहुंच चुका है. डीएसपी विधि-व्यवस्था-प्रथम कृष्ण मुरारी प्रसाद के अनुसार, प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. पूरी जानकारी पाने के लिए कोतवाली थाने की पुलिस ने निदेशकों और कोचिंग संस्थान के ईमेल पर चार सवाल भेजे हैं, जिसमें पूछा गया है कि क्या पटना के सभी केंद्र बंद कर दिए गए और पढ़ाई नहीं होगी? क्या जिन छात्रों से शुल्क वसूला गया था, उनका कोर्स पूरा कराया जाएगा या रुपये लौटाए जाएंगे? आधा-अधूरा कोर्स छोड़ने पर छात्रों की पढ़ाई की क्षतिपूर्ति कैसे होगी?
First Published :
January 27, 2025, 10:23 IST