मुंबई: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की बयार बह रही है. इस बीच सभी पार्टी को इस बात की भी डर सताने लगा है कि कहीं उनके पार्टी के नेत दल ना बदले. चुनाव से ठीक पहले इस तरह का डर जायज भी होता है क्योंकि ऐसा होते ही वह पार्टी कमजोर नजर आने लगती है. हर पार्टी इस समस्या का समाधान निकालने पर लगी है. लेकिन शरद पवार की पार्टी इस मामले में एक कदम आगे निकल गई है. विधानसभा चुनाव में संभावित विद्रोह को रोकने के लिए शरद पवार की पार्टी क्रूर कदम लेकर आई है.
विधानसभा के दावेदारों से बगावत न करने का शपथ पत्र लेना शुरू कर दिया गया है. इसलिए, उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल उम्मीदवारों को बड़ी दुविधा होने वाली है. विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं. इसके लिए सभी राजनीतिक पार्टियां जुट गई हैं. इधर दावेदारों ने भी उम्मीदवारी के लिए लॉबिंग शुरू कर दी है.
शरद पवार की पार्टी की पूरी प्लानिंग
शरद पवार की पार्टी भी अपवाद नहीं है. पार्टी टूटने के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के ज्यादातर बड़े नेता अजित पवार के साथ चले गए. ऐसे में अभ्यर्थियों की उम्मीदें बढ़ गई हैं. चुनाव में टिकट नहीं मिलने पर कई लोग विद्रोह कर देते हैं. शरद पवार की पार्टी NCP ने उस संभावित बगावत को रोकने के लिए वचन पत्र लिखवाना शुरू कर दिया है.
गारंटी में आख़िर क्या लिखा है?
NCP पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार शरद पवार के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ेगी. वह पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार का भी समर्थन करेगी. दावेदारों से यह गारंटी लिखवाई जा रही है कि अगर पार्टी के सक्षम पदाधिकारी आदेश देंगे तो वे तुरंत पद से इस्तीफा दे देंगे. लेकिन अब सत्ताधारी दलों ने उस गारंटी की आलोचना शुरू कर दी है.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले ने मजाक उड़ाया है कि ‘उम्मीदवारों में भरोसे की कमी के कारण गारंटी लिखी जा रही है.’ जब सांसद सुप्रिया सुले से इस गारंटी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बीजेपी द्वारा संभावित कार्रवाई की संभावना जताई. उन्होंने कहा कि अमित शाह का लक्ष्य शरद पवार को खत्म करना है.
एक साल पहले अजित पवार ने एनसीपी में बगावत कर दी थी. इसके चलते पार्टी में वर्टिकल विभाजन हो गया. पार्टी के बड़े नेताओं ने अजित पवार के साथ जाना पसंद किया. लेकिन अजित पवार की बगावत के बाद भी शरद पवार ने लोकसभा में शानदार प्रदर्शन किया. इसलिए विधानसभा चुनाव के मद्देनजर शरद पवार की पार्टी एनसीपी की ओर दावेदारों की संख्या बढ़ गई है. लेकिन संभावित विद्रोह को रोकने के लिए, शरद पवार एक गारंटी समाधान लेकर आए हैं.
Tags: Maharashtra News, Maharashtra Politics, Sharad pawar
FIRST PUBLISHED :
September 27, 2024, 12:48 IST