Agency:News18 Bihar
Last Updated:January 31, 2025, 21:09 IST
Mahakumbh Mela 2025 : योग गुरु बाबा रामदेव ने बिहारी टार्जन राजा यादव को कुंभ आने का निमंत्रण दिया था.निमंत्रण पाकर राजा भी 28 जनवरी को कुंभ पहुंच गए.वहां पहुंचने पर उन्होंने बाबा के साथ विशेष योग अभ्यास किया त...और पढ़ें
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प्रतीकात्मक तस्वीर
हाइलाइट्स
- बाबा रामदेव और बिहारी टार्जन कुंभ में धूम मचा रहे हैं.
- राजा यादव ने बाबा रामदेव के साथ योग और दौड़ लगाई.
- हजारों युवाओं ने राजा यादव से फिटनेस की प्रेरणा ली.
पश्चिम चम्पारण. प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में इन दिनों बिहारी टार्जन तथा बाबा रामदेव की जोड़ी को खूब पसंद किया जा रहा है, जहां एक तरफ बाबा रामदेव भारत सहित दुनिया के अनगिनत लोगों को योग की तरफ प्रेरित कर रहे हैं. वहीं बिहारी टार्जन के नाम से मशहूर राजा यादव अपने कमाल के फिटनेस की वजह से बिहार सहित देश के कई राज्यों के लाखों युवाओं की प्रेरणा बने हुए हैं.कुंभ में दोनों को एक साथ दौड़ लगाते हुए तथा योग की कुछ कलाओं को करते हुए देखना श्रद्धालुओं में चर्चा का विषय बना हुआ है.
कुंभ में बिहारी टार्जन ने बाबा रामदेव के साथ लगाई दौड़
बता दें कि योग गुरु बाबा रामदेव ने बिहारी टार्जन राजा यादव को कुंभ आने का निमंत्रण दिया था. निमंत्रण पाकर राजा भी 28 जनवरी को कुंभ पहुंच गए. वहां पहुंचने पर उन्होंने बाबा के साथ विशेष योग अभ्यास किया तथा श्रद्धालुओं के समक्ष एक दूसरे साथ दौड़ भी लगाई. योग गुरु के साथ फिटनेस फ्रीक राजा को देखने के लिए हज़ारों युवाओं की भीड़ जमा हो गई, जिसके बाद बिहारी टार्जन ने उन्हें मोटिवेट करते हुए फिट रहने की सलाह दी.
कौन हैं बिहार के टार्जन राजा यादव
बता दें कि राजा यादव बिहार के पश्चिम चम्पारण जिले के बगहा 01 प्रखंड स्थित पाकड़ गांव के रहने वाले हैं. कमाल की एनर्जी तथा फिटनेस फ्रीक होने की वजह से लाखों युवा उन्हें अपना इंस्पीरेशन मानते हैं. राजा की मानें तो, वो हर दिन सुबह 4 बजकर उठकर 20 से 25 किलोमीटर तक की दौड़ लगाते हैं. इसके बाद वो करीब 1000 सपाटे और 2000 उठक बैठक करते हैं. इतना ही नहीं, घर की छत से मोटी रस्सी को लटकाकर वो हर दिन करीब 40 फीट की चढ़ाई भी करते हैं. हाथ के बल चलना, अखाड़े में कुश्ती लड़ना और टार्जन की तरह अकूत ऊर्जावान होने की वजह से लोगों से उन्हें “बिहार का टार्जन” की उपाधि मिली है.
भारतीय थल सेना में जाने का था सपना
बकौल राजा, बचपन से उनका सपना भारतीय थल सेना में जाने का था. मैट्रिक की पढ़ाई पूरी करते हुए उन्होंने इंडियन आर्मी में जाने हेतु खुद को तैयार करना भी शुरू कर दिया. वो हर दिन सुबह 4 बजे उठकर 20 से 25 किलोमीटर की दौड़ लगाते थे. इसके बाद पुल-अप, पुश-अप और अन्य एक्सरसाइज पूरी कर खेती में पिता का हाथ बटाते थे. गौर करने वाली बात यह है कि समय आने पर उन्होंने थल सेना के लिए करीब 5 बार फिजिकल और मेडिकल टेस्ट पास किया, लेकिन लिखित परीक्षा नहीं निकलने की वजह से वो अपने सपने को पूरा करने में चुक गए.
11.9 सेकंड में पूरी कर लेते हैं 100 मीटर की दौड़
बहरहाल, राजा ने अपनी कहानी आगे बढ़ाई और शॉर्ट रेसर (100 मीटर की दौड़) के रूप में खुद को पहचान दिलाने की जिद में लग गए. आपको जानकर हैरानी होगी कि वर्तमान में राजा 100 मीटर की दौड़ को महज 11.05 सेकंड में पूरा हर लेते हैं. अब उनका सपना खुद को दुनिया के सबसे तेज शॉर्ट रेसर के रूप में पहचान दिलाना है. खास बात यह है कि राजा ने किसी समय में दुनिया के सबसे तेज शॉर्ट रेसर रह चुके उसेन बोल्ट को अपना प्रेरणा स्रोत बताया है.
Location :
Pashchim Champaran,Bihar
First Published :
January 31, 2025, 21:09 IST