नई दिल्ली:
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बेहद गंभीर हो गया है. दिल्ली-NCR में हवा की क्वालिटी यानी AQI ने खतरनाक रूप अख्तियार कर लिया. रविवार से चल रही तेज ठंडी हवा के बावजूद AQI 500 पहुंच गया है. सोमवार शाम तक करीब-करीब पूरी दिल्ली गैस चेंबर में तब्दील हो गई है. ज्यादातर इलाकों का AQI 500 या 500 के करीब हो गया है. सबसे ज्यादा AQI मुंडका इलाके में दर्ज हुआ. कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने 18 नवंबर से दिल्ली-NCR में संशोधित ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के चौथे फेज को लागू कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने डेंजर लेवल पर पहुंचे प्रदूषण को लेकर केंद्र और दिल्ली और NCR की राज्य सरकारों को फटकार लगाई है.
अदालत ने 12वीं तक के स्कूलों को बंद करके क्लासेस ऑनलाइन क्लासेस कराने का आदेश दिया है. इस बीच भारत के मौसम विज्ञान विभाग यानी IMD ने अगले 5 दिन दिल्ली समेत उत्तर-पश्चिम भारत के लिए बहुत मुश्किल भरे बताए हैं.
IMD के मुताबिक, अगले 5 दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में रात और सुबह के समय घना से बहुत घना कोहरा जारी रहने की संभावना है. इस दौरान सर्द हवाएं भी चलेंगी. ऐसे में एक तरफ दम घोंटते प्रदूषण और दूसरी तरफ सर्द हवाओं के साथ धुंध से दिल्ली-NCR वालों की मुसीबतें बढ़ेंगी.
दिल्ली से चंद घंटों की दूरी पर इतनी 'साफ हवा', ले सकते हैं 'राहत की सांस'
शाम 5 बजे दिल्ली के किस इलाके में कितनी AQI?
दिल्ली में 37% प्रदूषण दिल्ली और आसपास के राज्यों में पराली जलाने से हुआ है. वहीं, 12% प्रदूषण की वजह गाड़ियों से होने वाला कार्बन उत्सर्जन है. सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, सोमवार शाम 5 बजे दिल्ली के 19 लोकेशन पर AQI 450+ दर्ज किया गया. अशोक विहार का AQI 500, बवाना का 500, करणी सिंह रेंज का 500, द्वारका का 500, जहांगीरपुरी का 500, मेजर ध्यानचंद स्टेडियम का 500, मुंडका का 500, नजफगढ़ का 500, नेहरू नगर का 500, नॉर्थ कैंपस का 500, पटपड़गंज का 500, पंजाबी बाग का 500, रोहिणी का 500, सिरिफोर्ट का 500, वजीरपुर का 500, सोनिया विहार का 499, मंदिर मार्ग का 499, ओखला का 499 और आनंद विहार का AQI 499 रिकॉर्ड हुआ. दिल्ली के अलावा हरियाणा के भी कई शहरों में AQI 400 के करीब पहुंच गया है.
अगले 5 दिन कैसा रहेगा मौसम
-IMD ने बताया कि साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से अगले 24 घंटे के दौरान तमिलनाडु, पुडुचेरी और अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश के आसार हैं. केरल, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में कोहरे की स्थिति रहेगी. साथ ही दिल्ली, चंडीगढ़ और पश्चिम बंगाल के अलग-अलग इलाकों में घना कोहरा छाए रहने की संभावना है. इस दौरान विजिबिलिटी 51-200 मीटर तक हो सकती है.
-IMD ने बताया कि तमिलनाडु, पुडुचेरी और केरल में 19 से 22 नवंबर तक हल्की बारिश का अनुमान है. अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह, मणिपुर और मिजोरम के कुछ हिस्सों में भी हल्की बारिश का अनुमान है. त्रिपुरा में 22 और 26 नवंबर को बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है.
कहां चलेंगी सर्द हवाएं और छाई रहेगी धुंध?
-IMD के मुताबिक, अगले 5 दिन दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश में घने से घना कोहरा छाए रहने का अनुमान है. सुबह को सर्द हवाएं चलेंगी और शाम से मौसम और ठंडा हो जाएगा.
-पंजाब, हरियाणा, हिमाचल में 2 दिन घना कोहरा छाए रहने की संभावना है. राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और यूपी के कुछ हिस्सों में 20 से 23 नवंबर को धुंध छाए रहने का पूर्वानुमान है.
-IMD ने बताया कि महाराष्ट्र और गुजरात रीजन में अगले 5 दिन तापमान में 2 से 4 डिग्री की गिरावट आएगी. उत्तर पश्चिम और पूर्वी भारत के राज्यों में भी तापमान में गिरावट आने की संभावना है.
दिल्ली में GRAP-4 लागू
दिल्ली में प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए इसके स्तर को 4 कैटेगरी में बांटा गया है. हर स्तर के लिए लिए पैमाने और उपाय तय किए गए हैं. इसे ग्रेडेड एक्शन रिस्पॉन्स प्लान यानी GRAP कहते हैं. GRAP-1: खराब (AQI 201-300), GRAP-2: बहुत खराब (AQI 301-400), GRAP-3: गंभीर ( AQI 401 से 450) और GRAP-4: बहुत गंभीर ( AQI 450 से ज्यादा) स्थिति में लगाया जाता है.
दिल्ली में 14 नवंबर से GRAP-3 लागू था. आज यानी 18 नवंबर से GRAP-4 की तमाम पाबंदियां लगा दी गई हैं.
प्रदूषण से लोगों की आंखों में जलन, सिरदर्द
प्राइवेट एजेंसी लोकल सर्कल के सर्वे में दावा किया गया कि दिल्ली-NCR में 69% परिवार प्रदूषण से प्रभावित हैं. शुक्रवार को जारी की गई इस सर्वे रिपोर्ट सामने आया कि दिल्ली-NCR में 62% परिवारों में से कम से कम 1 सदस्य की आंखों में जलन है. वहीं, 46% फैमिली में किसी न किसी मेंबर को जुकाम या सांस लेने में तकलीफ (नेजल कंजेशन) और 31% परिवार में एक सदस्य अस्थमा की परेशानी है.
इस सर्वे में 21 हजार लोगों ने हिस्सा लिया था. 31% रिस्पॉन्डेंट्स ने कहा कि उनके परिवार के मेंबर को सिरदर्द की दिक्कत है. 23% परिवारों में किसी 1 मेंबर को प्रदूषण के कारण फोकस करने में कठिनाई होती है. 15% ने कहा कि उनके परिवार में किसी मेंबर को सोने में दिक्कत होती है. वहीं, 15% ने कहा कि वे प्रदूषण वाले महीने में दिल्ली से बाहर जाने का प्लान कर रहे हैं.